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हरियाणा के सोनीपत में सदर थाने में तैनात पुलिसकर्मी पर दो युवकों को जबरदस्ती उठाकर मारपीट करने, रात भर थाने में बंधक की तरह रखने सहित एक से चार हजार रुपए व दूसरे से आठ हजार रुपए रिश्वत ली। पीड़ित ने देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश सहित प्रदेश के मुखिया को पत्र लिखकर न्याय की मांग की।

Sonipat: सेवा, सुरक्षा, सहयोग का दंभ भरने वाली खाकी के जवानों के करतब समय-समय पर सामने आते रहते है। सोनीपत सदर थाने में तैनात पुलिसकर्मी पर दो युवकों को जबरदस्ती उठाकर मारपीट करने, रात भर थाने में बंधक की तरह रखने सहित एक से चार हजार रुपए व दूसरे से आठ हजार रुपए रिश्वत लेने का मामला सामने आया। पीड़ित ने देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश सहित प्रदेश के मुखिया को पत्र लिखकर न्याय की मांग की। साथ ही मामले की जांच कर आरोपित पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय जांच करने की मांग की। मामले में एसीपी की तरफ से जांच शुरू कर दी है। जांच में सदर थाने में कमरा नंबर-9 के बाहर की सीसीटीवी फुटेज निकलवाई जा रही है, ताकि मामले में कोई साक्ष्य मिल सके।

रात 11 बजे युवकों को उठाकर लाई सदर थाना पुलिस

गांव गुहणा निवासी कपिल देव ने बताया कि उसका 25 जुलाई को गोविंदा निवासी बड़वासनी के साथ झगड़ा हो गया था। दोनों ने डायल-112 पर कॉल की। रात को करीब 11 बजे सदर थाना सोनीपत की जीप में उन्हें उठा लिया गया, जिसकी सीसीटीवी फुटेज उपलब्ध है। सदर थाने में तैनात हवलदार राकेश ने उन्हें थप्पड़ और लात मारते हुए जबरदस्ती जीप में डाला। दोनों बार-बार कहते रहे कि उनका समझौता हो गया है। दोनों को कोई शिकायत नहीं करनी है। हवलदार राकेश शराब के नशे में धुत था। राकेश ने दोनों को पूरी रात थाने में बंधक बनाकर रखा। उन्हें बुरी तरह से पीटा गया। उनके साथ अभद्रता की गई।

रिश्वत लेकर दोनों को किया रिहा

पीड़ित कपिल ने बताया कि हवलदार राकेश ने 26 जुलाई को सुबह करीब दस बजे उनसे रुपए लेकर छोड़ दिया। पीड़ित ने बताया कि पांच हजार रुपए गोविंदा से लिए, जबकि किसी दूसरे के नंबर में उससे चार हजार रुपए कैश नकदी ली गई। वहीं उसके चार हजार रुपए की राशि फोन-पे से किसी दूसरे के खाते में डलवाई। मामले को लेकर उसने देश के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्य न्यायाधीश सहित प्रदेश के मुखिया, राज्यपाल, मानवाधिकार आयोग, डीजीपी हरियाणा, सीपी, डीसीपी, एसीपी को पत्र लिखकर न्याय की मांग की। वहीं एसीपी कार्यालय में मामले को लेकर साक्ष्य तक मुहैया करवाएं गए है।

थाना प्रभारी बोले, मेरे थाने में नहीं हुआ ऐसा

मामले को लेकर सदर थाना प्रभारी ने जानकारी देने से मना कर दिया। साथ ही थाने में ऐसी वारदात होने से मना कर दिया। जबकि मामला एसीपी के कार्यालय तक जा चुका है। पीड़ित ने एसीपी कार्यालय में साक्ष्य तक मुहैया करवाने की बात कही है। ऐसे में थाना प्रभारी के संज्ञान में मामला न होना, पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाता है। मामले की जांच एसीपी के नेतृत्व में की जा रही है।

सीसीटीवी की फुटेज खंगाल रही पुलिस

सदर थाना के एसीपी जीत सिंह ने बताया कि पुलिस कर्मी के खिलाफ युवक ने शिकायत दी है। इस संबंध में जांच शुरू कर दी है। जिस नंबर पर नकदी ट्रांसफर करवाई गई है, उसे कार्यालय में बुलाया गया है। वहीं थाने के अंदर लगे सीसीटीवी की रिकार्डिंग मांगी गई है। रिकॉर्डिंग की जांच की जाएगी। लापरवाही मिलने पर पुलिसकर्मी के खिलाफ विभागीय कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

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