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हरियाणा के सीएम नायब सैनी ने 17 अक्टूबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। अब इस शपथ ग्रहण के करीब 20 दिन बाद नायब सैनी सरकार के खिलाफ बड़ी चुनौती आ गई है।

हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना इलाके में किसानों और पुलिस के बीच आमना-सामना हो गया है। किसान यहां बिछाई जा रही तेल पाइपलाइन का विरोध कर रहे हैं। किसानों ने इस कार्य को रुकवाने का प्रयास किया। पुलिस ने जब किसानों को हटाना चाहा, तो बवाल हो गया। ऐसे में पुलिस ने हंगामा कर रहे 47 किसानों को हिरासत में ले लिया। उधर, किसानों ने आज महापंचायत बुलाने का भी आह्वान कर दिया है। इस पूरे घटनाक्रम के चलते जिला पुलिस और प्रशासन के साथ सरकार भी पूरी स्थिति पर नजर रख रही है।

इस बात पर भड़के गोहाना के किसान

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन यहां पर तेल पाइपलाइन बिछा रही है। जिन खेतों से पाइपलाइन होकर गुजरेगी, उसके लिए किसानों को मुआवजा तय किया जा चुका है। लेकिन, किसान इस मुआवजा राशि से संतुष्ट नहीं हैं। किसानों ने मांग रखी थी कि अगर पाइपलाइन बिछानी है, तो संतोषजनक मुआवजा देना होगा। यह मांग पूरी न होने पर किसानों ने पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू नहीं होने दिया। किसानों ने तेल कंपनी के खिलाफ नारेबाजी करनी शुरू कर दी। ऐसे में पुलिस ने जबरन किसानों को हटाकर पाइपलाइन बिछाने का काम शुरू कर दिया है। खास बात है कि पुरुषों के साथ महिलाओं ने भी इस विरोध में हिस्सा लिया। खबरों की मानें तो हंगामा करने वाले 47 किसानों को हिरासत में ले लिया गया है।

ये है गोहना के किसानों की मांग

किसानों का कहना है कि 4 लाख रुपये मुआवजा राशि तय किया गया है, लेकिन पानीपत में दस लाख रुपये मुआवजा दिया गया है। किसानों का कहना है कि पानीपत की तर्ज पर मुआवजा राशि मिलनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज कोहला में महापंचायत होगी, जिस पर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। किसानों का कहना है कि अगर हमारी मांग के अनुरूप उचित मुआवजा राशि नहीं मिलती है, तो यह काम पूरा नहीं होने देंगे।

किसान नेता बोले- हम पीछे नहीं हटेंगे 

किसान नेता रवि आजाद का कहना है कि कोहला में आज होने वाली महापंचायत में भारी संख्या में किसान इकट्ठा होंगे। किसानों ने कोहला गांव में पहुंचना शुरू कर दिया है। किसान नेता ने कहा कि मुआवजे की मांग जायज है, लेकिन मुआवजे के नाम पर भी भेदभाव किया जा रहा है। पुलिस और प्रशासन भी अत्याचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि किसान अपनी मांग से पीछे नहीं हटेंगे। आगे क्या करना है, इसका फैसला महापंचायत में ले लिया जाएगा। 

जिला पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड पर

इस पूरे मामले पर गोहाना के एसीपी ऋषिकांत का कहना है कि तेल पाइपलाइन बिछाने वाली कंपनी ने पुलिस सुरक्षा मांगी थी, लिहाजा ड्यूटी मजिस्ट्रेट के निर्देश पर कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि किसानों को समझाया है कि कानून व्यवस्था बनाए रखें। कानून व्यवस्था में अड़चन डालने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

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