सोनीपत: गांव बड़ौली के सरकारी स्कूल में ईद के अवसर पर छात्राओं को बुर्का पहनाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों को देखकर ग्रामीणों व हिंदू संगठनों के सदस्यों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने जमकर इसका विरोध किया। मामला तूल पकड़ने लगा तो सोनीपत पुलिस के कई थानों की टीमें मौके पर पहुंची और लोगों को समझाते हुए स्थिति को नियंत्रित किया। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
स्कूल मुखिया व शिक्षकों पर लगाए आरोप
छात्राओं को बुर्का पहनाने की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद हुए हंगामे के दौरान ग्रामीणों व हिंदू संगठनों के सदस्यों ने स्कूल प्रिंसिपल व शिक्षकों पर विशेष धर्म को बढ़ावा देने के आरोप लगाए। ग्रामीणों ने कहा कि ऐसे कार्यक्रम हिंदू धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाते हैं। मामले को शांत करने के लिए स्कूल की प्रिंसिपल प्रवीन गुलिया ने आकर माफी मांगी और आश्वासन दिया कि भविष्य में हिंदू धर्म को ठेस पहुंचाने वाले कार्यक्रम स्कूल में नहीं करवाए जाएंगे।
स्कूल स्टाफ के तबादले की उठी मांग
स्कूल में हुए कार्यक्रम के बाद हिंदू संगठनों और ग्रामीणों ने स्कूल के पूरे स्टाफ के तबादले की मांग की। वहीं, जिला शिक्षा अधिकारी जितेंद्र कुमार ने कहा कि आगे से इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जाएगी और किसी भी धर्म की भावनाओं को आहत करने का कोई इरादा नहीं था। यह घटना शिक्षा विभाग द्वारा सर्व धर्म कार्यक्रम के तहत आयोजित एक समारोह का हिस्सा थी, जिसका उद्देश्य सभी धर्मों को समान रूप से देखना था।