यमुनानगर: गांव खेड़ी लक्खा सिंह में चार दिन पहले वीरवार सुबह ताबड़तोड़ फायरिंग में गंभीर रुप से घायल हुए अर्जुन की रविवार को पीजीआई में उपचार के दौरान मौत हो गई। वह पिछले चार दिन से पीजीआई (PGI) में जिंदगी व मौत के बीच संघर्ष कर रहा था। मामले में अर्जुन के दो साथियों पंकज मलिक व वीरेंद्र की पहले ही मौत हो चुकी है। अर्जुन की मौत की सूचना मिलते ही गांव उन्हेडी में मातम छा गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
यह था पूरा मामला
गांव खेड़ी लक्खा सिंह में गत वीरवार सुबह आठ बजे उन्हेड़ी गांव निवासी अर्जुन, गोलनी निवासी विरेंद्र व उत्तर प्रदेश के शामली के गांव मखमूल निवासी पकंज मलिक जिम करने के बाद कार में सवार होकर अपने घर जा रहे थे। इसी दौरान उन पर नकाबपोश चार-पांच लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग (Firing) कर दी। फायरिंग में दो लोगों पकंज मलिक व विरेंद्र की मौत हो गई थी। जबकि अर्जुन गंभीर रुप से घायल हो गया, जिसे पीजीआई चंडीगढ़ में दाखिल करवाया गया। पीजीआई में रविवार दोपहर अर्जुन की उपचार के दौरान मौत हो गई।
फायरिंग के आरोपियों को सजा देने की मांग
गांव उन्हेड़ी के ग्रामीणों ने फायरिंग करने वाले आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि जिम के बाद घर लौट रहे युवकों पर फायरिंग कर मौत के घाट उतारा गया है, ऐसे लोगों को तुरंत काबू करना चाहिए। ऐसे लोग समाज के लिए खतरनाक है, जिन्हें खुला नहीं छोड़ा जा सकता। ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन (Police Administration) से आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की। पुलिस प्रशासन ने आरोपियों को जल्द काबू करने का आश्वासन दिया है। पुलिस मामले में जांच कर रही है।