Child kidnapped Malwa Express: वैष्णो देवी के दर्शन कर झांसी जा रहे छतरपुर के दंपती का 2 महीने का बेटा छह अप्रैल की रात मालवा एक्सप्रेस ट्रेन से अगवा हो गया। डबरा में रात 2.30 बजे दंपती की नींद खुली तो बच्चा सीट पर नहीं था। दंपती ने सात अप्रैल को ग्वालियर GRP थाने में शिकायत की। पुलिस ने अपहरण का केस दर्ज कर सभी थानों को सूचना दी। दो दिन बाद (8 अप्रैल) को इंदौर GRP को एक दंपती ने बच्चा सौंपा। दंपती ने जीआरपी को बताया कि बच्चा उन्हें मालवा एक्सप्रेस के स्लीपर कोच में ऊपर की बर्थ पर लावारिस मिला था। सूचना पर बुधवार को छतरपुर के दंपती इंदौर पहुंचे और जीआरपी ने उन्हें बच्चा सुपुर्द कर दिया। पुलिस अभी पूरे मामले की जांच कर रही है।
जानें पूरी घटना, कब, कहां, कैसे गायब हुआ बच्चा
छतरपुर के सटई थाने के रजपुरा के रहने वाले उमेश कुमार अहिरवार (27) अपनी पत्नी सुखवती (25) और बेटे नमन (2 माह) के साथ 2 अप्रैल को वैष्णो देवी के दर्शन करने जम्मू कटरा गए थे। 5 अप्रैल को मालवा एक्सप्रेस ट्रेन (12920) से लौट रहे थे। S-2 कोच में 13 और 14 नंबर की बर्थ रिजर्व थी। रात में पत्नी को पेट में दर्द उठा। दवा देकर रात 11 बजे पत्नी को 13 नंबर बर्थ पर सुला दिया। बेटा भी पत्नी के साथ लेटा था। उमेश 14 नंबर सीट पर सो गए। 2.30 बजे ग्वालियर से डबरा के बीच दौड़ रही ट्रेन में नींद खुली तो बच्चा सीट पर नहीं था। 7 अप्रैल उमेश ने ग्वालियर GRP को बच्चे के गायब होने की सूचना दी।
आज इंदौर जीआरपी ने दंपती को सुपुर्द किया बच्चा
उमेश की शिकायत पर ग्वालियर GRP ने अपहरण का केस दर्ज कर सभी थानों को सूचना भेज दी। आठ अप्रैल को मालवा एक्सप्रेस में सफर कर रहे एक दंपती को एक बच्चा मिला। दंपती ने पहले ट्रेन में लोगों से पूछा भी कि बच्चा किसका है? किसी के सामने नहीं आने पर दंपती ने इंदौर GRP को बच्चा सौंप दिया। दंपती ने इंदौर जीआरपी से कहा कि उन्हें यह बच्चा मालवा एक्सप्रेस में ऊपर की बर्थ पर लावारिस मिला है। बच्चे के मिलने की सूचना पर बुधवार छतरपुर के दंपती अपना बच्चा लेने इंदौर पहुंचे और जीआरपी ने उन्हें बच्चा सुपुर्द कर दिया। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है। जांच के बाद ही पता चल सकेगा कि फरियादी की बात में कितनी सच्चाई है।