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Saree Walkathon: इंदौर साड़ी वॉकथॉन में करीब 25 हजार महिलाएं साड़ी पहनकर दौड़ीं थीं, इस दौरान कुछ महिलाओं में नाराजगी देखने को मिली थीं।

Saree Walkathon: मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में महिला दिवस की पूर्व संध्या पर 25 हजार महिलाओं ने साड़ी पहनकर परम्परागत वेषभूषा वॉकथॉन किया। इसमें वर्ल्ड रिकार्ड के लिए दावा किया गया है। हालांकि, मुख्यमंत्री की देरी के चतले कुछ महिलाओं की नाराजगी भी देखने को मिली थीं। शाम 6 बजे जब कार्यक्रम शुरू नहीं हुआ तो नेहरू स्टेडियम से वह उठकर जाने लगीं, लेकिन आयोजकों ने ताला बंद कर दिया। जिसे पत्थर से कुचलते हुए उनके वीडियो वायरल हो रहे हैं। कांग्रेस ने वॉकथॉन के यह वीडियो वायरल कर महिला दिवस पर लाडली बहनों के अपमान का आरोप लगाया है।  

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा, भारतीय परिधान साड़ी स्त्रीत्व, गरिमा और आत्मविश्वास का प्रतीक है। हमारे राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे की तरह ही साड़ी भी भारत की ब्रांड और एक सशक्त पहचान है। यह विविधता से भरे भारत को एकाकार कर देने वाला परिधान है। पूरे देश में अलग-अलग क्षेत्रों में साड़ियों का भिन्न-भिन्न रंग रूप है, पर आत्मा एक है। साड़िया देश के विविध रंगों और संस्कृतियों को खुद में समेटे हुए है। साड़ी समाज के हर वर्ग का परिधान है, हर अवसर में अनुकूल है, सामाजिक समरसता का परिचायक भी है।

पीसीसी अध्यक्ष जीतू पटवारी ने इसे महिला दिवस पर बहनों का अपमान बताते हुए X पर लिखा है बहनों की उपक्षा और अपमान कब तक होता रहेगा। महिलाओं को रोकने स्टेडियम के गेट पर ताला लगाने वाले जिम्मेदारों पर कार्रवाई की जानी चाहिए। जीतू पटवारी ने कहा, स्टेडियम में डर, बेचैनी और घबराहट का माहौल बना रहा। कुछ महिलाएं तो पत्थर से ताला तोड़ने लगीं थीं। 

बहुत हो गया प्रचार, कम से कम लोगों को तो बक्श दें
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस कार्यक्रम को फिजूलखर्ची बताते हुए बहनों को जबरन ताले में बंद किया गया था। स्टेडियम के अंदर महिलाएं और बाहर वाहन चालक परेशान होते रहे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा, बहुत हो गया प्रचार। कम से कम लोगों को तो बक्श दें।

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