MP News: मध्य प्रदेश में मोहन यादव सरकार के अधिकारी निजी स्कूलों की मनमानी पर लगाम कस रहे हैं। भोपाल, जबलपुर के बाद अब नर्मदापुरम में मनमाने तरीके से फीस वसूलने के मामले में शिक्षा विभाग ने फीस बढ़ाने वाले 79 स्कूलों की सूची तैयार कर ली है। वर्ष 2020-21 से 2023-24 तक बढ़ाई गई फीस को लेकर प्रशासन ने इन सभी स्कूलों से जानकारी मांगी है।
फीस 10% से 20% तक बढ़ाई
स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिवावकों से प्रशासन को मिली शिकायतों के अनुसार फीस को लेकर करीब 10% से 20% तक की बढ़ोत्तरी की गई है। इस मामले में अब सभी सूचीबद्ध स्कूल संचालकों को शिक्षा विभाग के कार्यालय में बुलाया गया है। प्रशासन ने स्कूलों के मैनेजमेंट की जिम्मेदारी संभाल रहे लोगों को अलग अलग तारीखें देकर बुलाया है।
जिम्मेदारों से कारण बताओ जवाब
इस माह की 15, 16 और 18 जुलाई को स्कूलों के जिम्मेदार अधिकारियों के सामने पहुंचेगे और पूछे जाने वाले सवालों के जवाब देंगे। स्कूलों में फीस बढ़ोत्तरी को लेकर अधिकारी इन जिम्मेदारों से कारण बताओ जवाब ले सकते हैं। यदि यह संचालक संतुष्टी वाले जवाब नहीं दे पायेंगे तो इन पर प्रेनाल्टी की कार्रवाई कलेक्टर और शिक्षा विभाग की ओर से की जाएगी।
नोटिस पहले ही जारी कर दिया
नर्मदापुरम के जिला शिक्षा अधिकारी के अनुसार जिले में संचालित होने वाले इन सभी 79 स्कूल में से करीब 2 दर्जन स्कूलों को शिकायत सामने आने पर नोटिस पहले ही जारी कर दिया गया था। अधिकारी के अनुसार इनमें से करीब एक दर्जन से ज्यादा स्कूल बढ़ाई गई फीस बच्चों के अभिवावकों को लौटाने को भी तैयार हैं। अन्य स्कूलों को उनका पक्ष रखने का मौका प्रशासन की ओर से दिया गया है। अधिकारी के अनुसार संबंधित स्कूलों पर सकारात्मक जवाब नहीं आने पर प्रशासन की ओर से 2-2 लाख रुपए का जुर्माने की कार्यवाही की जा सकती है। इसके साथ ही जुर्माना नहीं भरने पर स्कूल संचालकों पर कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है।