MP Anganwadi workers : मध्य प्रदेश में आंगनवाड़ी केंद्रों का एक बार फिर से कायाकल्प होगा। मोहन सरकार अब आंगनवाड़ी केंद्रो में बेहतर व्यवस्था के साथ ही पदस्थ आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं की स्किल भी बढ़ाएगी। आंगनवाड़ी के स्टाफ को प्रोफेशनल बनाने का काम किया जायेगा। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस दिशा में पहले काम किए थे।
प्रदेशभर में 97 हजार आंगनवाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं
प्रदेशभर में 97 हजार आंगनवाड़ी केंद्र संचालित किए जा रहे हैं। जिनमें करीब में 1.70 लाख आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका अपनी सेवाएं दे रहीं हैं। इन कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं को अब नए तरीके से प्रशिक्षण देकर स्किल बढाई जाएगी। जिससे कि वह केंद्रों में आने वाले बच्चों के अभिवावकों को बच्चों के पालन पोषण, उनकी मानसिक स्थिति पर बात करते हुए परामर्श भी दे सकें।
बच्चों के मानसिक स्थिति को समझने की खास ट्रनिंग भी दी जायेगी
महिला बाल विकास विभाग ने इस दिशा में कार्यकर्ता -सहायिकाओं की स्किल बढ़ाने के लिए ट्रेनिंग दिलाने की योजना बनाई है। मिनी और कुशलता वाले आंगनबाड़ी केंद्रों की कार्यकर्ता और सहायिकाओं को मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य, बाल विकास, सक्षम आंगनवाड़ी का प्रशिक्षण दिया जायेगा। अनुभववियों द्वारा इन महिला कर्मचारियों को बच्चों के मानसिक स्थिति को समझने की खास ट्रनिंग भी दी जायेगी।
अभिववाकों बच्चों की देखभाल कैसे करें
बच्चों के मानसिक स्थिति को समझते हुए अब आंगनबाड़ी की कार्यकर्ता उनके अभिववाकों को बच्चों की देखभाल कैसे करें। बच्चों के खाने में कौन कौन से खाद्य पदार्थों को शामिल किया जाना आवश्यक होगा इस पर बातचीत सीधे तौर पर कर सकेंगी। आंगवाड़ी केंद्रों में बच्चों की किन खेलों में ज्यादा रुचि है इसपर भी कार्यकर्ताओं द्वारा पूरा फोकस किया जाएगा। जानकारी के अनुसार यह ट्रेनिंग लंबे समय तक चलाई जा सकती है। पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इससे पहले आंगनबाड़ी केंद्रों की व्यवस्था में सुधार करने और बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों से जोड़ने के लिए विशेष अभियान भी चलाया था।