Best Tourist Places of MP: मध्यप्रदेश भारत का सबसे सुंदर राज्य है। इसे यूं ही देश का दिल नहीं कहते। मप्र के गांव-गांव में प्राकृतिक खूबसूरती और ऐतिहासिक कलाओं का समृद्ध संगम है। आइए जानते हैं मध्य प्रदेश के ऐसे 5 गांवों के बारे में, जो अपनी खासियत से भारत ही नहीं विदेशी पर्यटकों को भी आकर्षित करते हैं। केंद्र और राज्य की सरकारें भी इन गांवों को प्रमोट करती हैं।
लाडपुरा गांव: MP का बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन
निवाड़ी जिले में स्थित लाडपुरा गांव अपनी खूबसूरती के लिए प्रसिद्ध है। यहां की आबो हवा, प्राकृतिक सौंदर्य, रहन-सहन और खान-पान हर किसी को मोहित कर लेता है। मध्यप्रदेश सरकार ने लाडपुरा गांव को बेस्ट टूरिस्ट डेस्टिनेशन घोषित किया है। झांसी और ओरछा से करीब होने के चलते हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक गांव के खूबसूरत नजारे देखने के लिए आते हैं। यहां लोग ईमानदार, सौम्य और मेहनती हैं। अतिथियों की मेहमानबाजी बहुत अच्छे से करते हैं।
लाधपुरा खास देश का सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव
निवाड़ी जिले का लाधपुरा खास गांव बुंदेली परंपराओं और प्राचीन साम्राज्य से रूबरू कराता है। यहां की शांत, शुद्ध और प्राकृतिक वातावरण लोगों को खूब पसंद है। केंद्र सरकार ने 2022 में तीन सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गांव घोषित किए थे, जिनमें लाधपुरा खास MP का एकलौता गांव शामिल था। इस गांव को यूनाइटेड नेशन्स वर्ल्ड टूरिज्म ऑर्गेनाइजेशन अवॉर्ड भी मिला है। झांसी और ओरछा से नजदीक होने के कारण यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए गांव में होम स्टे बनवाए गए हैं। जहां चूल्हे में बने बुंदेली व्यंजन परोसे जाते हैं। कच्ची दीवारों और घासफूस के छप्पर के बीच बनी चित्रकारी पर्यटकों आकर्षित करती है।
Indian government selected 3 amazing villages including whistling village of Kongthong in Meghalaya, Pochampally silk fame Pochampally in Telangana and Ladhpura Khas in MP for .@UNWTO ‘Best Tourism Village’. #tourism #Village #heritage pic.twitter.com/NesZPzH4um
— Indian Eagle (@indianeagle) September 8, 2021
प्राणपुर: देश का पहला क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज
अशोक नगर जिले का प्राणपुर गांव अपनी ऐतिहासिक कलाओं और समृद्ध विरासत के लिए प्रसिद्ध है। यहां दीवारों पर बनी नक्कासी और आकर्षक डिजाइन पर्यटकों को खूब भाती हैं। प्राणपुर मूलत: बुनकरों का गांव है। यहां चंदेरी की साड़ियां और हैंडलूम का काम होता है। सरकार ने प्राणपुर को देश का पहला क्राफ्ट हैंडलूम टूरिज्म विलेज घोषित कर यहां के कलाकारों को आधुनिक से जोड़ने का प्लान बनाया है। ग्वालियर से 207 किमी और चंदेरी से 3 किमी दूर स्थित प्राणपुर गांव का उभार 13वीं शताब्दी में हुआ था।
कंवला गांव को कहते मप्र का मिनी गोवा
मन्दसौर जिले के कंवला गांव को मप्र का मिनी गोवा कहते हैं। चंबल नदी के रेतीले भूभाग में पर्यटकों की मस्ती का नजारा गोवा के बीच से कम नहीं लगता। प्रकृति की खूबसूरती के बीच सनसेट का दृश्य भी लोगों को खूब पसंद है। गोवा में जिस तरह समुद्र की लहरों के बीच 2 बड़ी चट्टानें हैं, उसी तरह यहां भी चंबल अथाह जल के बीच टापू है, जो पर्यटकों को आइलैंड का अहसास कराता है। वैसे तो कंवाला गांव 12 महीने पर्यटकों से गुलजार रहता है, लेकिन बारिश सीजन में यहां हर दिन हजारों लोग पहुंचते हैं।
महोदिया गांव: पंचायत वेब सिरीज से पापुलर हुआ यह गांव
सीहोर जिले का महोदिया गांव पापुलर टीवी-शो पंचायत रिलीज होने के बाद अचानक चर्चा में आ गया। पर्यटकों की संख्या भी बढ़ गई है। क्योंकि, पंचायत वेब सीरीज में दिखने वाली पानी टंकी, प्रधान जी का घर, पंचायत कार्यालय, पुल और मंदिर महोदिया गांव में सबकुछ हूबहू देखने को मिल जाएगा। समस्याएं और गांव का कल्चर भी काफी मिलता जुलता है, बस बदला है तो गांव का नाम। वेव सिरीज में इसे फुलेरा गांव बताया गया है। सिरीज के बाद गांव कुछ लोग सेलिब्रेटी बन गए हैं। बाहर से आने वाले लोग उनसे घंटों बात करते हैं। गांव से जुड़ी कहानियां खंगालते हैं।
रिपोर्ट: वीरेंद्र कुशवाह