Logo
गांधी भवन में मंगलवार को अक्टूबर की ‘पहली तारीख’ कार्यक्रम का शुभारंभ तत्संग बैंड ने किया। जिसमें बैंड द्वारा कबीर और सूफी गीतों की प्रस्तुति दी गई।

आशीष नामदेव, भोपाल। गांधी भवन में मंगलवार को अक्टूबर की ‘पहली तारीख’ कार्यक्रम का शुभारंभ तत्संग बैंड ने किया। जिसमें बैंड द्वारा कबीर और सूफी गीतों की प्रस्तुति दी गई। बैंड ने ‘वारी जाऊं रे...’ और ‘मन मस्त हुआ फिर क्या बोले...’ जैसे गीतों से माहौल को संगीतमय बना दिया। इसके बाद अपूर्वा ने छत्तीसगढ़ी में गीत सुनाया, जिसमें उन्होंने बताया कि कैसे नदियों और तालाबों के पास की जिंदगी होती है।

‘ऐ भगत सिंह, तू जिंदा’ की प्रस्तुति
कुलदीप पवार ने पारधी समुदाय के तीतर और उनके शिकार करने की कला पर एक गीत गाया। साथ ही उन्होंने अपनी बस्ती की गलियों के नाम पर आधारित कविता पढ़ी। इसी क्रम में एक साथी ने भगत सिंह की जयंती को याद करते हुए ‘ऐ भगत सिंह, तू जिंदा...’ नामक गीत प्रस्तुत किया।

शैलेंद्र शैली ने इससे जुड़ा भगत सिंह का लिखा हुआ एक शेर भी सुनाया। इसके बाद एकतारा कलेक्टिव और हम शहरी क्रिएशन्स के द्वारा बनाई गई फिल्म ‘मन का ठेला’ के निर्देशक और टीम ने फिल्म दिखाई। अंत में विनय और चारुल द्वारा लिखा गीत बिसहू और अंबर ने प्रस्तुत किया। इसी के साथ ‘पहली तारीख’ के 7 महीने भी पूरे हो गए हैं।

5379487