Bhopal Shahpura Doctor Robbery: भोपाल के पॉश इलाके शाहपुरा में डॉक्टर के घर एक करोड़ की डकैती में चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। वारदात का मुख्य सूत्रधार घर में काम करने वाले नौकर का चचेरा भाई है। तीन महीने पहले तक यह सब खेतों में काम करते थे, लेकिन डॉ अंशुल उन्हें पढ़ाई-लिखाई के लिए घर ले आए थे। परिवर के सदस्यों की तरह पाला, लेकिन 8 अप्रैल की रात चचेरे भाई व अन्य बदमाशों की मदद से यह वारदात कर डाली। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है।
स्कूल फीस और किताबों की नहीं हो पा रही व्यवस्था
डॉ अंशुल के पिता ज्ञानेंद्र सिंह की मानें तो नाबालिग आरोपी के पिता का निधन हो गया है। 9वीं फेल होने के बाद वह खेत में काम करता था। तीन माह पहले डॉ. अंशुल खेत गईं थीं। वहां 15 साल के लड़के को काम करते देखा तो तरस आ गया। चर्चा के दौरान उसने बताया कि पिता जी नहीं हैं, इसलिए आगे की पढ़ाई छूट गई, स्कूल की फीस और किताबों की व्यवस्था नहीं हो पा रही। अंशुल उसे भोपाल ले आईं और घर में रखकर पढ़ाई के लिए प्रेरित किया।
दो घंटे पहले होटल से मंगाकर खिलाया था खाना
ज्ञानेंद्र सिंह की बेटी प्रियल सिंह मुंबई में एडवोकेट हैं। 8 अप्रैल को बर्थडे के चलते वह घर लाैटी थीं। बेटी के जन्मदिन पार्टी में जाने से पहले होटल से खाना मंगवाकर सभी खिलाने के बाद रात 9 बजे हमारे घर से निकले थे। तब तक किसी को अंदाजा भी नहीं था कि दो घंटे बाद यह लोग इतनी बड़ी वारदात कर सकते हैं।
50 लाख कैश की जानकारी किसी को नहीं थी
बदमाशों ने बेड बॉक्स में रखी अटैची से 50 लाख रुपए सहित अन्य जेवरात ले गए थे।50 लाख नकदी रखे होने की जानकारी परिवार के सदस्यों के अलावा किसी को नहीं थी। सिर्फ घर में रहने वाला नाबालिग नौकर ही जानता था। उसने चचेरे भाई लक्ष्मण को रुपयों के बारे में बताया होगा।
मिसरौद में पिस्टल कवर के साथ गिरफ्तार
डॉक्टर के घर डकैती के मामले में गिरफ्तार किया गया लक्ष्मण कीर रेल विकास निगम में ड्राइवर था। वहां गड़बड़ी के चलते उसे नौकरी से निकाल दिया गया था। बदमाशों ने बेड बॉक्स से पिस्टल कवर भी निकाल लिया था। चुनाव के चलते पिस्टल थाने में जमा है। मिसरोद के नजदीक पुलिस चेकिंग में पिस्टल कवर पकड़े गए आरोपी से सख्ती पूर्वक पूछताछ की गई तो उसने शाहपुरा में डकैती की वारदात करना कबूल ली।
स्मार्ट वॉच से मिली बदमाशों की लोकेशन
बदमाश डॉ. अंशुल की एप्पल स्मार्ट वॉच भी उठा ले गए थे। जिसमें रात को 2 बदमाशों की लोकेशन सीहोर के देलाबाड़ी गांव में मिली। पुलिस जब तक वहां पहुंची, उन्होंने लोकेशन बदल कर सलकनपुर चले गए। पुलिस वहां गई तो बदमाश वहां से भी फरार हो गए।
मुख्य सर्वेंट सहित पांच आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने घर के मुख्य सर्वेंट लक्ष्मण सिंह कीर व एक अन्य नाबालिग नौकर सहित अमित, सोनू और संतोष अहिरवार को गिरफ्तार किया है। यह लोगब हथौड़ी और चाकू लेकर घर में घुसे थे। पहले अलमारी तोड़ने की कोशिश की और फिर बेड बॉक्स में रखी अटैची से पैसे और गहने निकाले। वारदात के आद अलग-अलग रास्तों से फरार हो गए। को गिरफ्तार किया है। उस पर कार जलाने का मामला भी दर्ज है। बदमाशों ने 15 वर्ष के नाबालिग को 3 महीने की खास ट्रेनिंग दी थी। ताकि, वह रुपए आभूषण आदि की जानकारी जुटा सके।