Logo
लोकसभा चुनाव से पहले मध्यप्रदेश की सियासत में खलबली मची हुई है। अब पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने बड़ा बयान दिया है। सोमवार को छिंदवाड़ा पहुंचे कमलनाथ ने मीडिया के एक सवाल पर कहा कि मैं छिंदवाड़ा किसी हालत में नहीं छोडूंगा।

भोपाल। पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने छिंदवाड़ा में बड़ा बयान दिया है। जबलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने के सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि 'ऐसा कोई प्लान नहीं है। मैं छिंदवाड़ा किसी हालत में नहीं छोडूंगा। 'कांग्रेस के बड़े नेता पार्टी छोड़ रहे हैं?' इस सवाल पर कमलनाथ ने कहा कि 'सुरेश पचौरी शामिल हुए हैं, उनकी मर्जी। दीपक को लेकर कहा कि दीपक जोशी शुरू से ही भाजपा के हैं। अरुणोदय चौबे को लेकर कमलनाथ बोले कि उन्होंने कब से कांग्रेस छोड़ दी है, वे पार्टी में कब थे। 

कमलनाथ की पोस्ट 
कमलनाथ ने एक्स पर लिखा है कि अपनों के बीच छिंदवाड़ा पहुंचा। छिंदवाड़ा की जनता ने हमेशा मुझे जो प्यार, विश्वास और समर्थन दिया है, उसकी कभी कोई तुलना नहीं हो सकती।

पांच दिन छिंदवाड़ा दौरे पर रहेंगे 
बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने बेटे सांसद नकुलनाथ के साथ 5 दिन के प्रवास पर छिंदवाड़ा आए हैं। लोकसभा चुनाव से पहले यह दौरा अहम माना जा रहा है। कमलनाथ विभिन्न विकास खंडों में पहुंचकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं की बैठक भी लेंगे। AICC चाहती है कि बड़े नेता लोकसभा चुनाव लड़ें। ऐसी चर्चा थी कि पार्टी कमलनाथ को जबलपुर से उतार सकती है, लेकिन कमलनाथ ने साफ कर दिया है कि उनका जबलपुर से लोकसभा चुनाव लड़ने का प्लान नहीं है।

आज दिल्ली में सीईसी की बैठक 
बता दें कि मध्यप्रदेश में लोकसभा की 29 में से आधी सीटों पर मंगलवार को कांग्रेस उम्मीदवार घोषित कर सकती है। उम्मीदवार तय करने को लेकर दिल्ली में सोमवार को कांग्रेस सेंट्रल इलेक्शन कमेटी (CEC) की मीटिंग होगी। कांग्रेस मुख्यालय में होने वाली इस बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार, प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह और सीईसी मेंबर ओमकार सिंह मरकाम शामिल होंगे।

इन नेताओं के चुनाव लड़ने पर होगी चर्चा 
माना जा रहा है कि  दिल्ली में होने वाली बैठक में मध्यप्रदेश कांग्रेस के बडे़ नेताओं के लोकसभा चुनाव लड़ने पर भी चर्चा होगी। पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह, पूर्व मंत्री तरुण भनोत, सज्जन सिंह वर्मा, डॉ. गोविंद सिंह, जीतू पटवारी के अलावा विधायकों और पूर्व विधायकों को चुनाव लड़ाने पर फैसला हो सकता है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव गुना से सिंधिया से खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। 

5379487