Ravindra Puri Maharaj Ujjain Visit: अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने उज्जैन में बड़ी बात कही है। पट्टाभिषेक समारोह में शामिल होने आए रविंद्र पुरी ने खुद को भगवान बताने वाले साधु-संतों के खिलाफ नाराजगी जाहिर की है। रविंद्र पुरी ने कहा कि 'आजकल ऐसा ट्रेंड चला है कि हर कोई अपने आप को उपासक-पुजारी नहीं, भगवान कह रहा है। खुद को ब्रह्मा, विष्णु, महेश और राम कह रहे हैं, ऐसे संतों पर कार्रवाई होना अति आवश्यक है। प्रयागराज के कुंभ में ऐसे व्यक्तियों को भूमि नहीं दी जाएगी।
अब कथा वाचकों की बारी
रविंद्र पुरी ने कहा कि अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने साधु-संतों के चोले में गलत काम करने वाले महामंडलेश्वर और संतों को अखाड़ों से निकाल दिया है। उज्जैन की पूर्व महामंडलेश्वर मंदाकिनी देवी भी इनमें शामिल हैं। अब कथा वाचकों की बारी है। जो कथा वाचक अपने आपको भगवान बता रहे हैं, उन पर प्रतिबंध लगाया जाएगा।
देश में दो मानसिकता काम कर रही है
शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद के उद्धव ठाकरे के समर्थन में दिए गए बयान पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने कहा कि देश में दो प्रकार की मानसिकता काम कर रही है। एक मौलावादी और दूसरी हिंदूवादी, हमारे कुछ संत भी कांग्रेसी हैं, जो अलग सोच रखते हैं। रवींद्र दास ने कहा कि उनके बारे में मैं ज्यादा कुछ नहीं कहूंगा, लेकिन 2014 से पहले ऐसा कोई प्रधानमंत्री नहीं होगा जो मंदिरों में माथा टेकता होगा। नरेन्द्र मोदी पहले प्रधानमंत्री हैं, जिन्होंने अयोध्या में श्रीराम मंदिर और उज्जैन में श्री महाकाल महालोक का निर्माण कराया है।
सनातन के खिलाफ काम करने वालों को चिह्नित करेंगे
रविंद्र पुरी ने कहा कि सनातन संस्कृति के विरोध में जो जाएगा, उस पर कार्रवाई होगी। मंच से अल्लाह हू अकबर कहना, नमाज पढ़ना उचित नहीं है। जो सनातन के खिलाफ काम कर रहे, ऐसे संतों को चिह्नित किया जाएगा। 6 महामंडलेश्वर को निष्कासित करने के संबंध में रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि सिर्फ उज्जैन में महामंडलेश्वर मंदाकिनी पुरी को निष्कासित किया है। अन्य किसी को नहीं। यूपी में मोहर्रम जुलूस में हथियारों के प्रदर्शन पर रोक लगाने के सवाल पर महंत रविंद्र पुरी ने योगी सरकार की प्रशंसा की।