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Indore News: मध्यप्रदेश के महू में बड़ी कार्रवाई हुई है। 12 थानों की पुलिस और प्रशासन की टीम ने 100 से अधिक मकानों पर बुलडोजर चलाया। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बीच रहवासियों और अफसरों के बीच झड़प हुई। पुलिस ने पार्षद को हिरासत में लिया है।

Indore News: इंदौर के महू में पुलिस-प्रशासन की टीम ने बड़ी कार्रवाई की है। 12 थानों की पुलिस और प्रशासन की टीम ने सड़क में बाधा बन रहे मकानों का अवैध निर्माण तोड़ दिया है। 100 से अधिक मकानों पर बुलडोजर चला। अतिक्रमण की कार्रवाई के दौरान रहवासियों और अफसरों के बीच झड़प हुई। पुलिस ने महिला पार्षद डॉ. सुवर्णा दुबे को हिरासत में लिया तो विरोध के स्वर बुलंद हो गए। थाने पर महू के डॉक्टर्स और पार्षद के समर्थकों की भीड़ उमड़ी तो पुलिस ने पार्षद को छोड़ दिया।

जानें पूरा मामला, 10 दिन पहले नोटिस
महूगांव नगर परिषद में धार नाका क्षेत्र में रहवासियों ने मकानों के आगे अवैध निर्माण कर रखा है। इससे सड़क की चौड़ाई कम रह गई। इससे दिनभर ट्रैफिक जाम के हालात बने रहते हैं। प्रशासन ने रहवासियों को 10 दिन पहले नोटिस दिया था। नोटिस का समय खत्म होने के बाद प्रशासन ने अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुक्रवार को शुरू कर दी है। 

रहवासियों की पुलिस से झड़प 
धार नाका क्षेत्र से मकानों का अवैध निर्माण तोड़ने एक पोकलेन, तीन जेसीबी सहित डंपर और फायर ब्रिगेड की गाड़ियां लेकर पुलिस और प्रशासन टीम पहुंची। जैसे ही अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई शुरू हुई तो रहवासियों की पुलिस से झड़प हो गई। पुलिस ने उन्हें खदेड़ा। अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई का विरोध कर रहीं पार्षद सुवर्णा दुबे की महिला पुलिसकर्मियों से झड़प हुई।  

IMA कल करेगा प्रदर्शन 
वार्ड क्रमांक 10 की पार्षद डॉ. सुवर्णा दुबे को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। पार्षद को हिरासत में लेने के विरोध में डॉक्टर्स और पार्षद के समर्थकों ने महू थाने का घेराव कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने कागजी कार्रवाई कर पार्षद को छोड़ दिया। IMA  (इंडियन मेडिकल एसोसिएशन) महू के प्रेसिडेंट सौरभ तिवारी ने कहा कि- इस तरह की गिरफ्तारी गलत है। डॉ. सुवर्णा दुबे पार्षद होने के साथ डॉक्टर भी हैं। IMA महू कल इसके विरोध में प्रदर्शन करेगा।

मकान ज्यादा तोड़ दिए गए 
डॉ. सुवर्णा ने कहा कि विकास के लिए जो कार्य हो रहा था, उसके लिए जनता तैयार थी। लोग स्वेच्छा से अपने मकान तोड़ रहे थे। जनता दो दिन की मोहलत मांग रही थी। इसीलिए मैं वहां गई थी। पोकलेन से जो मकान तोड़े जा रहे थे वो ज्यादा तोड़ दिए गए। लोगों को इससे ज्यादा क्षति हो गई। DSP का कहना है कि पार्षद डॉ. सुवर्णा दुबे ने शासकीय कार्य में बांधा डालने का काम किया था। उनको हिरासत में ले लिया था। थाने लाकर पार्षद पर 151 की धारा की कार्रवाई की गई। इसके बाद उन्हें थाने से ही छोड़ दिया गया। 

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