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मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव बुधवार को दिल्ली पहुंचे। सीएम राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। सीएम के दिल्ली दौरे से एमपी में बड़ी सुगबुगाहट है। चर्चा है कि एक बार फिर 'मोहन कैबिनेट' का विस्तार हो सकता है।

MP Politics News: मध्यप्रदेश के सीएम मोहन यादव बुधवार को दिल्ली पहुंचे। मोहन यादव भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात कर सकते हैं। सीएम यादव के अचानक दिल्ली दौरे को लेकर अटकलें तेज हैं। माना जा रहा है कि ये दौरा संभावित कैबिनेट विस्तार को लेकर है। सीएम के दिल्ली दौरे में मध्यप्रदेश के मंत्रियों को प्रभार के जिलों की लिस्ट पर मुहर लग सकती है।

जिलों के प्रभार सौंपने की चर्चा 
सूत्रों के मुताबिक, अब मोहन कैबिनेट में शामिल मंत्रियों को सरकार गठन के छह महीने बाद जिलों का प्रभार दिया जा सकता है। 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस समारोह में मंत्री अपने प्रभार के जिलों में ध्वजारोहण कर सकते हैं। सूत्रों की मानें तो मंत्रियों को जिलों का प्रभार देने में क्षेत्रीय और जातिगत समीकरणों के साथ ही सीनियरटी का भी ध्यान रखा जाएगा। 

कमलेश शाह को मंत्री बनाने की चर्चा 
दिल्ली में आज दिनभर मेल-मुलाकात का दौर चलेगा। एमपी के सियासी गलियारों में चर्चा है कि 'मोहन कैबिनेट' का विस्तार एक बार फिर देखने को मिल सकता है। मोहन कैबिनेट में रामनिवास रावत को मंत्री बनाया है। अब अमरवाड़ा उपचुनाव में चुनाव जीतकर आए कमलेश शाह का भी मंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा है। कमलेश शाह के राज्य मंत्री बनाने की चर्चाएं भी जोरों पर हैं। 

ये नेता फिर हुए एक्टिव 
मंत्रिमंडल की सुगबुगाहट के बाद ऐसे नेता एक्टिव हो गए हैं, जो पिछले कुछ समय पहले तक बीजेपी सरकार में मंत्री थे, लेकिन मोहन कैबिनेट में मंत्री नहीं बनाए गए हैं। इनमें गोपाल भार्गव, जयंत मलैया, बृजेंद्र प्रताप सिंह, गिरीश गौतम, भूपेंद्र सिंह, अजय विश्नोई, संजय पाठक, हेमंत खंडेलवाल, मालिनी गौड़ और अर्चना चिटनीस शामिल हैं। इसके अलावा पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सकलेचा, पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटवा, रीति पाठक, मीना सिंह के नाम भी इस लिस्ट में शामिल हैं।

रामनिवास के विभाग को लेकर भी फैसले की चर्चा
विजयपुर से कांग्रेस के टिकट पर छठवीं बार के विधायक रामनिवास रावत 8 जुलाई को मोहन सरकार में कैबिनेट मंत्री बनाए हैं। नौ दिन बाद भी रावत को विभाग नहीं दिया गया। माना जा रहा है कि सीएम के दिल्ली दौरे में रावत का विभाग भी तय हो सकता है। चर्चा है कि कमलेश शाह के मंत्री बनाए जाने के अलावा बाकी मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। कमलेश शाह के शपथ ग्रहण के बाद दोनों नए मंत्रियों को विभाग दे दिए जाएंगे।

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