Chunavi samvad 2024: चुनाव तक आते-आते सीएम डॉ. मोहन यादव के 100 दिन में कमाल के 100 काम रहे हैं। तीन-तीन विश्वविद्यालयों की स्थापना। एयर एंबुलेंस एग्रीमेंट, एयर टैक्सी लगाना और धार्मिक स्थलों पर सुगमता से पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा। दस हजार लोगों को नियुक्ति पत्र देना और एमपी-पीएससी से चयनित 800 लोगों को एक साथ नियुक्ति दिलाना। खुले में मांस-मछली बेचने पर प्रतिबंध और ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिए सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन पालन कराना। इन फैसलों से मध्य प्रदेश की जनता गदगद है।
मोहन यादव ने 139 सभाएं और 49 रोड शो किए
डॉ. यादव संगठन को जोड़ने और उसके समन्वय की अकूत क्षमता रखते हैं। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से लेकर प्रदेश के शीर्ष पद पर पहुंचने के बाद वे लोकसभा चुनाव की कमान संभाल रहे हैं। वे प्रचार खत्म होने तक धड़ाधड़ चुनावी सभाएं कर रहे थे। सीएम ने 139 सभाएं की। 49 रोड शो किए। विधानसभा क्षेत्रों में 178 कार्यक्रम किए। एक दिन, एक क्षण का भी विश्राम नहीं। पीएम मोदी के जताए भरोसे के लिए वे परिश्रम की पराकाष्ठा पर हैं। उन्हें एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रचंड बहुमत के साथ तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाना है। चुनाव में एक योद्धा की तरह उतरे डॉ. यादव से हरिभूमि व आईएनएच न्यूज चैनल के प्रधान संपादक डॉ. हिमांशु द्विवेदी का 'चुनावी संवाद।
सीएम मोहन यादव से सीधी बात...
- सवाल: आप पहले के चुनाव में और अब के चुनाव में क्या अंतर देख रहे हैं?
- जवाब : पहले जनता का समर्थन जुटाना बहुत कठिन होता था। इसके लिए बहुत ज्यादा मेहनत करना पड़ती थी इस बार के चुनाव में केवल पीएम नरेंद्र मोदी का नाम ही काफी है। उन्होंने बीते 10 सालों में इतना ज्यादा काम किया है कि उनका नाम लेते ही अपार जनसमर्थन मिल जाता है। जब हम उनकी बात करते हैं तो उनके इतने सारे काम हैं कि उसमें से क्या बताएं और क्या छोड़ें यही तय करना मुश्किल हो जाता है। जहां तक कांग्रेस की बात है तो वो हारी हुई लड़ाई लड़ रही है। राहुल गांधी, मणिशंकर अय्यर जैसे नेता पाकिस्तान की बात करते हैं। जब जनता घेरती है तो दोष भाजपा पर मढ़ने की कोशिश करते हैं।
- सवाल: कहा जा रहा है कि पीएम मोदी संविधान बदलना चाहते हैं इसलिए 400 पार का नारा दिया?
- जवाब : यदि संविधान बदलना था तो बीते दस साल में बदल देते। एनडीए को मिलाकर लगभग 4 सौ सीटें तो थीं ही। हमें 370 हटाना थी हटा दी। ये सब बहुमत के चलते ही संभव हुआ है। अब मध्य प्रदेश में भी इस बार पूरी 29 की 29 लोकसभा सीटें जीत रहे हैं।
- सवाल: जब सब कुछ आपके पक्ष में है तो कांग्रेस नेताओं को क्यों भाजपा में ला रहे हैं?
- जवाब: जिन कांग्रेस नेताओं को भाजपा की रीति-नीति पसंद आ रही है और वे हमसे जुड़कर देशहित में काम करना चाहते हैं तो हम उन्हें मना नहीं कर सकते हैं। हमारा उद्देश्य ही जनसेवा है। आपने देखा होगा कि अयोध्या के राम मंदिर को लेकर कांग्रेस ने जो स्टैंड लिया है वो कांग्रेस के लिए आत्महत्या जैसा है। इसे कोई पसंद नहीं कर सकता है। कई लोग इससे आहत होकर भाजपा में आ गए। आपको याद होगा कि एक समय हमारे केवल दो सांसद थे तब भी वे नहीं टूटे और अपनी विचारधारा पर अड़े रहे क्योंकि भाजपा में अपने विचारों पर अटल है। कांग्रेस में जब हताशा- निराशा आ गई तो लोग हमारे पास आने लगे है। हम उन्ही लोगों को अपने साथ ले रहे हैं जो राष्ट्र और राष्ट्र के लोगों को समझते हैं। आज जो कांग्रेसी हमारे साथ आ रहे हैं वे राष्ट्र और राष्ट्र निर्माण में दुनिया की सबसे बड़ी भाजपा पार्टी का साथ देना चाहते हैं।
- सवाल: हाल में भाजपा में आए पूर्व कांग्रेस नेता रामनिवास रावत ने कहा है कि मोहनजी से दोस्ती के कारण पट्टा पहन लिया हमने पार्टी नहीं छोडी?
- जवाब : टेक्नीकली रूप से अभी रावत जी ने इस्तीफा नहीं दिया है। ऐसे में लोग उन्हे फंसाने की कोशिश तो करेंगे। और वो खुद को बचाने की कोशिश भी करेंगे। आप बताइए कि रावत जी ने भाजपा के लिए 20-20 सभाएं की हैं। चुनाव प्रचार कर रहे हैं तो कहीं कोई संशय नहीं होना चाहिए। मैं आपसे पूछता हूं कि रावत जी कहां चले गए। भाजपा में तो हैं न। इसलिए, कहीं कोई संशय की स्थिति नहीं है।
- सवाल : क्या आप मोदीजी पर ही निर्भर है। बीते चार माह में आपने क्या किया?
- जवाब: देखिए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश में सरकार चल रही है। ये डबल इंजन की सरकार है। पिछले तीन महीने की बात करें तो प्रशासनिक कसावट से लेकर तीन तीन विश्वविद्यालयों की स्थापना जिसमें तात्या टोपे विश्वविद्यालय गुना,टंट्या मामा विश्वविद्यालय खरगोन और रानी अवंती बाई विश्वविद्यालय सागर शामिल है। इसके अलावा एयर एंबुलेंस एग्रीमेंट,एयर टैक्सी लगाना और धार्मिक स्थलों पर सुगमता से पहुंचने के लिए हेलीकॉप्टर की सुविधा जैसे कई प्रमुख काम राज्य सरकार के रहे हैं। दस हजार लोगों को नियुक्ति पत्र देना और एमपीपीएससी से चयनित 800 लोगों को एक साथ नियुक्त दिलाने का भी काम मप्र की भाजपा सरकार ने किया है। इसी तरह खुले में मांस मछली बेचना और ध्वनि प्रदूषण के नियंत्रण के लिए सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन का पालन कराने समेत करीब सौ से अधिक ऐसे काम हुए हैं जिसे मध्य प्रदेश की जनता ने स्वीकार किया है और राज्य की जनता इन कामों को समझती है तभी तो भाजपा का साथ दे रही है। आप आगे भी देखिए, प्रदेश का एक-एक व्यक्ति भाजपा के साथ खड़ा रहेगा। प्रशासनिक कसावट में हमने अधिकारियों को अलग अलग जिम्मेदारी दे रखी है जिसके कारण कहीं कोई भ्रम की स्थिति नहीं रहती है। इस आशय की प्रशंसा खुद कांग्रेस ने विधानसभा के अंदर की है।
- सवाल : क्या लोकसभा चुनाव के बाद डॉ. मोहन यादव की टीम में कोई परिवर्तन होगा?
- जवाब: देखिए,चुनाव के बाद स्वाभाविक रूप से परिवर्तन होता है तो यहां भी ऐसे परिवर्तन की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। चुनाव परिणाम आने के बाद तय करेंगे क्या करना है। मंत्रिमंडल के साथ और भी कई नियुक्तियां होनी हैं।