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रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार निशातपुरा कोच फैक्टरी के पास  मेंटेनेंस डिपो करीब दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। यहां फिलहाल निशातपुरा स्टेशन को विकसित करने काम जारी है। इस काम में करीब 110 करोड़ का बजट खर्च होगा।

भोपाल। अब संत हिरदाराम नगर में नहीं निशातपुरा कोच फैक्टरी के पास 110 करोड़ की लगात से कोच काम्पलेक्स बनाया जाएगा। जहां पर पमरे जोन के साथ अन्य जोन की वंदेभारत एक्सप्रेस ट्रेन के पूरे रैक का मेंटेनेंस व ओवर हालिंग हो सकेगा। दरअसल देश में तेजी से बढ़ रही वंदे भारत ट्रेनों की संख्या को देखते हुए रेलवे बोर्ड ने कई जगह वंदे भारत ट्रेन मेंटेनेंस डिपो स्थापित करने का निर्णय लिया है। इसी क्रम में भोपाल मंडल के अंतर्गत भी एक डिपो संत हिरदाराम नगर रेलवे स्टेशन बनाए जाने की योजना थी। इसको लेकर एक साल पहले घोषणा व बजट जारी किया गया था। लेकिन तकनीकी वजह से अब यह वंदे भारत एक्सप्रेस मेंटेनेंस डिपो संत हिरदाराम नगर की वजह निशातपुरा के पास बनाया जाएगा। इस योजना को लेकर जल्द ही टेंडर जारी किया जाएगा।

दो साल में बनकर तैयार होगा डिपो
रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार निशातपुरा कोच फैक्टरी के पास  मेंटेनेंस डिपो करीब दो साल में बनकर तैयार हो जाएगा। यहां फिलहाल निशातपुरा स्टेशन को विकसित करने काम जारी है। इस काम में करीब 110 करोड़ का बजट खर्च होगा। ट्रेनों के लिए मेंटेनेंस व ओवर हालिंग हब बनाया जाएगा। सबसे खास बात यह है कि वंदे भारत कोच मेंटेनेंस डिपो में न सिर्फ पश्चिम मध्य रेलवे की ट्रेनों का मेंटेनेंस होगा बल्कि आसपास के जोन की वंदे भारत एक्सप्रेस का मेंटेनेंस भी किया जाएगा। यहां प्रत्येक 8 घंटे में एक वंदे भारत एक्सप्रेस का मेंटेनेंस होगा। 

सामान्य डिपो में नहीं होगा मेंटेनेंस
वंदे भारत में सिटिंग श्रेणी के अधिकतम 15 कोच बनाए गए हैं। रैक को चलाने के लिए 4 कोच में सेल्फ प्रोपेल्ड इंजन लगा होता है। इनमें बिजली सप्लाई के लिए ओवर हेड इलेक्ट्रिक (ओएचई) सिस्टम अलग से लगाया जाता है। इसलिए सामान्य कोचिंग डिपो में इस ट्रेन का मेंटेनेंस नहीं होता है।

ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट
इस डिपो में ट्रेनों के बाहरी हिस्से की धुलाई स्वचालित कोच वाशिंग प्लांट होगा। इसके अलावा, कोचों को उठाए बिना बोगियों को हटाने और फिट करने के लिए अत्याधुनिक ड्राप पिट टेबल लगाई जाएगी।

कपिल देव श्रीवास्तव

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