भोपाल। लोकसभा चुनाव के मतदान से पहले मध्यप्रदेश की सियासत में दलबदल का दौर जारी है। बुधवार को कांग्रेस को फिर झटका लगा। सीधी में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष लालचंद गुप्ता ने 150 कार्यकर्ताओं के साथ भाजपा का दामन थामा है। गुप्ता ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की सभा के दौरान सदस्यता ली। वहीं सतना की नागौद सीट से कांग्रेस के विधायक रहे यादवेंद्र सिंह भी गुरुवार भाजपा की सदस्यता ले सकते हैं। बता दें कि 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से टिकट नहीं मिलने से यादवेंद्र ने बसपा जॉइन कर ली थी। अब चर्चा है कि यादवेंद्र भाजपा का दामन थाम सकते हैं।
एक दिन पहले दिया था इस्तीफा
बता दें कि मंगलवार को लालचंद गुप्ता ने पार्टी से अलविदा कहा था। गुप्ता ने पीसीसी चीफ जीतू पटवारी को पत्र लिखकर कहा था कि मैं अपने पद और पार्टी से इस्तीफा देता हूं। गुप्ता ने प्रेस कांफ्रेंस कर इस्तीफा की जानकारी साझा की थी। लालचंद का आरोप है कि 5 साल प्रदेश उपाध्यक्ष रहने के बाद भी आज तक एक भी बैठक नहीं हुई। लालचंद ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के पास जाने पर अपना परिचय बताना पड़ता था। बता दें कि लालचंद गुप्ता लंबे समय से एमपी में प्रदेश उपाध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। लालचंद पहले भाजपा में रह चुके हैं।
कौन हैं लालचंद गुप्ता
लालचंद्र गुप्ता वैश्य महासम्मेलन के उपाध्यक्ष हैं। लालचंद को उमाशंकर गुप्ता का करीबी माना जाता है। लालचंद सीधी में भाजपा के जिलाध्यक्ष भी रह चुके हैं। 2018 के चुनाव में भाजपा विधानसभा क्षेत्र से टिकट मांग रहे थे, नहीं मिली तो कमलनाथ के हाथों कांग्रेस की सदस्यता ले ली थी। उन्हें उम्मीद थी कि सीधी से लगातार हार रही कांग्रेस विधानसभा या नगर पालिका का टिकट देगी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कमलनाथ ने नेतृत्व छोड़ा तो लालचंद ने भी पार्टी से किनारा कर लिया।
दो दिन पहले सैयद जाफर ने छोड़ी थी कांग्रेस
एमपी में कांग्रेस के विकेट लगातार गिरते जा रहे हैं। दो दिन पहले सोमवार को पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी और मध्यप्रदेश कांग्रेस के पूर्व प्रवक्ता सैयद जाफर पार्टी का साथ छोड़कर भाजपा का दामन थामा था। भाजपा कार्यालय में जाफर को सीएम मोहन यादव, वीडी शर्मा, नरोत्तम मिश्रा ने भाजपा की सदस्यता दिलाई थी।