MP News : मध्य प्रदेश में अब बिजली के मीटर सीधे ग्राहकों के मोबाइल से ऑपरेट होंगे। मीटर को उपभोक्ता रिचार्ज करते हुए जितनी जरूरत होगी उतनी लाइट का प्रयोग कर सकेंग। इस नई तकनीक के आ जाने से बिजली कंपनी को जारी किए जाने वाले बिल और उपभोक्ताओं को कम ज्यादा भुगतान की झंझट से भी छुटकारा मिल सकेगा। अक्टूबर महीने से स्मार्ट मीटर लगाने का काम शुरू किया जाएगा
आवश्यकतानुसार बिजली उपयोग
प्रदेश के कुछ जिलों में बिजली कंपनियां स्मार्ट मीटर लगाने की तैयारी अब कर रही हैं। स्मार्ट मीटर ऐसा होगा कि बिजली के उपभोक्ता इसे रिचार्ज करते हुए अपनी आवश्यकतानुसार बिजली का उपयोग कर सकेंगे। उपभोक्ता यह सीधे जान सकेंगे कि रिचार्ज के अनुरूप उन्होंने कितनी बिजली उपयोग में ली और कितनी बाकी है।
ऑनलाइन पेमेंट या मोबाइल रिचार्ज की तरह प्रयोग
राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के अन्य सीहोर, विदिशा, नर्मदापुरम, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, गुना और शिवपुरी इन सभी 10 जिलों में स्मार्ट मीटर जल्द ही बिजली कंपनी के कर्मचारी लोगों के घरों में लगायेंगे। बिजली के उपभोक्ता जिस तरह से ऑनलाइन पेमेंट या मोबाइल रिचार्ज करते हैं, उसी तरह से वह बिजली के बिल का रिचार्ज भी कर सकेंगे।
रिचार्ज कराने के बाद ही बिजली इस्तेमाल
केंद्र सरकार की आरडीएसएस योजना के तहत स्मार्ट मीटर लगाने की मंजूरी मिली है। उपभोक्ताओं को अब रिचार्ज कराने के बाद ही बिजली इस्तेमाल करने की अनुमति मिलेगी। इस प्रोजेक्ट को लेकर बिजली कंपनी को ठीक फीडबैक मिल रहे हैं। कृषि क्षेत्र में भी स्मार्ट मीटर के शुरू होंगे। ताकि, किसान जरूरत के हिसाब से बिजली उपयोग कर सकें।
मोबाइल एप पर पूरा विवरण
इस प्रोजेक्ट के तहत बिजली के मीटरों को बदला जायेगा। प्रोजेक्ट के तहत 11 केव्ही फीडर वार कंज्यूमर इंडेक्सिंग कार्य किया जाएगा। जिसके तहत सर्वेक्षकों द्वारा प्रत्येक वितरण-ट्रांसफार्मर और उससे जुड़े बिजली कनेक्शनों का समस्त विवरण मोबाइल एप पर जमा किया जाएगा और सर्वे के दौरान बिजली- कनेक्शनों के जीपीएस लोकेशन के साथ-साथ मीटर और सर्विस लाइन की वस्तुस्थिति भी मौके पर जांची जाएगी।