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मध्यप्रदेश में हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के नाम से Telegram पर ग्रुप बनाकर बच्चों को 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के पेपर बेचे जा रहे थे। क्राइम ब्रांच ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ जारी है।

भोपाल। 10वीं-12वीं एमपी बोर्ड परीक्षाओं के पेपर बाजार में बेचने वाले दो आरोपियों को क्राइम ब्रांच ने शनिवार को गिरफ्तार किया है। धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने दो मोबाइल और सिमकार्ड भी जब्त किए हैं। क्राइम ब्रांच के मुताबिक, माध्यमिक शिक्षा मंडल भोपाल के लोगो (मोनो) और नाम का उपयोग कर टेलीग्राम पर ग्रुप बनाकर बच्चों को 10वीं-12वीं का पेपर देने का झांसा देकर दोनों आरोपी पेटीएम, फोन-पे के जरिए पैसे ऐंठते थे।

मामले की जानकारी लगने के बाद पुलिस ने जांच पड़ताल की और उज्जैन के नीलगंगा निवासी धीरज खत्री पिता राजेश खत्री (18) और भोपाल निवासी एक नाबालिग को गिरफ्तार किया है। पुलिस दोनों से पूछताछ कर रही है। 

499 और 699 रुपए में बेचते थे पेपर 
पुलिस ने बताया कि आरोपी 499 और 699 रुपए में 10वीं-12वीं के बच्चों को प्रश्नपत्र बेचते थे। वार्षिक परीक्षा के प्रश्न पत्र अलग-अलग ग्रुप में बच्चों को उपलब्ध कराने का झांसा देकर पैसे ऑनलाइन पैसे वसूलते थे। धोखाधड़ी की सूचना मिलने के बाद साइबर क्राइम भोपाल टीम ने मैदानी स्तर पर मिले साक्ष्यों और तकनीकी एनालिसिस किया। जांच में पाया कि आरोपी माध्यमिक शिक्षा मंडल के नाम का लोगो (मोनो) का प्रयोग कर टेलीग्राम ग्रुप पर फर्जी पेपर भेजकर धोखाधड़ी कर रहे थे।

पुलिस ने उज्जैन और भोपाल के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। क्राइम ब्रांच ने धोखाधड़ी करने वाले दोनों आरोपियों के खिलाफ धारा-419, 420 भादवि एवं 66सी आईटीएक्ट के तहत कार्रवाई की है।  

हम TRANSACTION की भी जानकारी निकलवा रहे हैं 
परीक्षा नजदीक आते ही कुछ लोग Telegram पर ग्रुप बनाकर बोर्ड परीक्षाओं के पेपर बेचते हैं। ऐसी शिकायत माध्यमिक शिक्षा मंडल ने की थी। शिकायत के बाद हमने जांच पड़ताल की तो सच में ऐसा हो रहा था। हमने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने बहुत सारे ग्रुप बनाए थे, ग्रुप में पेपर वायरल कर दावा करते थे कि इस पेपर से बहुत सारे question बोर्ड परीक्षा में आएंगे। ग्रुप में क्यूआर कोड डालकर पैसे वसूलते थे। हम TRANSACTION की भी जानकारी निकलवा रहे हैं। इस फर्जीवाड़े से जुड़े कुछ और लोगों के नाम सामने आए हैं। उनकी जानकारी भी जुटा रहे हैं। 
श्रुतकीर्ति सोमवंशी, डीसीपी क्राइम ब्रांच

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