Bhopal Milk Federation Innovation: भोपाल सहकारी दुग्ध संघ ने सांची दूध व उससे बने उत्पादों की शुद्धता मेंटेन रखने नया प्रयोग किया है। इसके लिए क्रिप्टोग्राफी ऐप बनाया गया है। मोबाइल पर अपलोड इससे जैसे की स्कैन करेंगे सांची के दूध या अन्य प्रोडक्ट की शुद्धता का पता चल जाएगा।
दुनिया में पहली बार प्रयोग
भोपाल सहकारी दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आरपीएस तिवारी ने बताया कि डेयरी प्रोडक्ट में यह तकनीक पहली बार उपयोग हो रही है। खास बात यह कि सांची डेयरी उद्योग इसकी शुरुआत कर रहा है।
उपभोक्ताओं का बढ़ेगा भरोसा
सीईओ तिवारी ने बताया कि सांची दूध व उसके उत्पाद काउन्टर फीट आथेंटिकेशन क्रिप्टोग्राफी सिग्नेचर तकनीक से युक्त हैं। उपभोक्ता मोबाइल से स्कैन कर इनका प्रमाणीकरण कर सकेंगे। इसके बाद नकली दूध और उत्पादों की आशंका समाप्त हो जाएगी। उनका भरोसा भी बढ़ेगा।
नकली उत्पादों से ग्राहकों को मिलेगी राहत
भोपाल सहकारी दुग्ध संघ ने डेयरी दूध और दुग्ध उत्पादों पर क्रिप्टोग्राफी तकनीक का उपयोग आठ-नौ माह शुरू कर दी है। बताया कि इससे न सिर्फ नकली उत्पादों की बिक्री पर रोक लगेगी। बल्कि, उपभोक्ताओं को असली उत्पाद परखने में आसानी होगी।
मिलावटी दूध का बड़ा कारोबार
दरअसल, राजधानी सहित पूरे मध्य प्रदेश में मिलावटी दूध का बड़ा कारोबार है। भोपाल में उत्पादन से ज्यादा दूध की खपत है। यही कारण है कि बड़ी संख्या में मिलावटी दूध व उससे बने उत्पादों की बिक्री की जाती है। जिससे लोगों का बाजारा से भरोसा उठने लगा है। अपनी ब्रांड वैल्यू व ग्राहकों के भरोसे को बनाए रखने भोपाल दुग्ध संघ ने यह नवाचार किया है।