Durgesh Solanki murder case: इन्दौर के रविदास नगर में शुक्रवार हुई दलित युवक दुर्गेश सोलंकी की हत्या से इलाके में आक्रोश व्याप्त है। अखिल भारतीय बलाई महासंघ के सदस्यों ने परिजनों के साथ लसुड़िया थाने के बाहर धरना-प्रदर्शन आरोपियों के मकान तोड़ने और मृतक के आश्रितों को राहत राशि दिए जाने की मांग की है। विरोध प्रदर्शन के चलते घंटों सड़क जाम रही।
दलित नेता मनोज परमार ने पुलिस अधिकारियों को बताया कि पिछले 15 दिन में दलित समाज के तीसरे सदस्य की हत्या हुई है। पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही, इसलिए आरोपियों के हौसले बुलंद है। हमें न्याय न मिला तो उग्र आंदोलन किया जाएगा।
मनोज परमार पिछले दिनों बाणगंगा क्षेत्र में हुई हत्या का ज़िक्र करते हुए बताया कि कुछ दिन पहले कोटेश्वर चौरे और उसके पिता बलराम की भी हत्या रसूखदारों ने की है। पुलिस प्रशासन ने आश्वाशन दिया था, लेकिन न तो आरोपियों के मकान तोड़े गए और न ही राहत राशि मंज़ूर की गई।
मनोज परमार ने पुलिस के सुस्त रवैये पर सवाल उठाए। कहा, पुलिस की लापरवाही के चलते ही अपराध बढ़ रहे हैं। दुर्गेश सोलंकी की हत्या भी इसी सुस्ती का खामियाजा है। पुलिस से मांग की है कि आरोपियों के मकान जल्द से जल्द तोड़े जाएं। साथ ही मृतक परिवार को राहत राशि मुहैया कराई जाए।
विरोध प्रदर्शन में हुए शामिल
विरोध प्रदर्शन के दौरान बलाई महासंघ के चिंटू मालवीय, लक्की मालवीय, शुभम मालवीय, संतोष अलोने, लक्ष्मण खेड़े, विकास पथरोड़, दिनेश हिरवे, रिक्कू सोनी, दिनेश कुलपारे, पवन भावसार, सचिन कोचले, प्रशांत सावनेर, कान्हा बकावले, राकेश सोलंकी, गौरव वानखेड़े ऋषित मालवीय सहित अन्य मौजूद रहे।