Lord Jagannath: भगवान जगन्नाथ की रथ यात्राएं राजधानी भोपाल के अलग-अलग क्षेत्रों में निकाली जा रही हैं। विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने के बाद भगवान को 56 भोग लगाया गया। इसके बाद रथ यात्रा को निकाला गया। भगवान के रथ को फूल मालाओं से सुसज्जित कर भक्तों को दर्शन कराते यात्रा को आगे बढ़ाया जा रहा है।
सेवा में लगा मोगरे का फूल
भोपाल के श्यामला हिल्स, भेल, जवाहर चौक, शांति नगर सहित मंदिरों से रथ यात्रा निकाली गई। अलग-अलग क्षेत्रों से होते हुए भव्य यात्रा को निश्चित स्थान तक पहुंचेगी। भगवान जगन्नाथ एक का दिन का विश्राम अन्य मंदिर में करते हुए पहुंचेंगे। क्विंटल के वजन में मोगरे का फूल सेवादारों द्वारा सिंहासन पर लगाया गया है। लंबी कतारों में भगवान के श्रद्धालु जयकारे लगाते हुए भक्ति भावना से यात्रा में सम्मिलित हुए। इस दौरान शहर भर में ट्रैफिक व्यवस्था को दुरुस्त किया गया है।
भाई-बहन के साथ भगवान रथ पर विराजित
भगवान जगन्नाथ, भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा को रथ पर विराजित कराते हुए यात्रा निकाली गई है। श्रद्धालु भक्ति भावना के साथ भगवान के दर्शन करते हुए प्रार्थना करते नजर आए। भोपाल के जगदीश मंदिर श्यामला हिल्स से रथ यात्रा निकाली गई। अन्य क्षेत्रों से होकर भगवान एक दिन के लिए अब अपनी मौसी के घर विश्राम करेंगे।
9 दिन मंदिर में मौसी के घर बितायेंगे
शहर के शांति नगर श्रीराधा गौर मदन गोपाल मंदिर में जगदीश मंदिर की यात्रा पहुंचेगी। इस्कॉन बीवायसी भेल से निकली यात्रा अरेरा कॉलोनी में संकीर्तन पर पहुंचेगी। जवाहर चौक उत्कल समाज मंदिर से निकली यात्रा झरनेश्वर मंदिर बाणगंगा पहुंचेगी। भगवान अपने भाई और बहन के साथ 9 दिन मंदिर में मौसी के घर बितायेंगे। यात्रा के दौरान शहर में स्वच्छता और ट्रैफिक व्यवस्था का विशेष ध्यान भक्तों के द्वारा रखा जा रहा है। प्रशासन की ओर से यात्रा को पूरी सहायता मिल रही है।