भोपाल। ऑनलाइन गेम की लत ने इंजीनियरिंग छात्र की जान ले ली। घर के कमरे में बीटेक स्टूडेंट का शव फंदे पर लटका मिला। ऑनलाइन गेम में 6 से 7 लाख रुपए हार गया था। उस पर कर्ज हो गया था। पिता ने उसे समझाया भी था, लेकिन उसने गेम खेलना नहीं छोड़ा और अंत में छात्र ने खदुकुशी कर ली। मामला विदिशा का है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
मां से कहा मैं चाय बनाता हूं, आप रुको, छत पर जाकर लगा लिया फंदा
मनीष एसएटीआई कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष का छात्र था। पिता एसएटीआई में ही नौकरी करते हैं। शुक्रवार शाम को मनीष की मां चाय बनाने जाने लगी तो मनीष ने मां को रोका ओर कहा कि आप रुको, मैं चाय बनाता हूं। इस पर मां ने हामी भर दी। मनीष इसके बाद किचिन में चला गया। लेकिन जब वह काफी देर तक नहीं आया तो मां किचिन में गई, किचिन में मनीष नहीं था, तो वे उसे ढूंढने छत पर चली गईं। छत पर डले टीन शेड के पाइप पर मनीष का शव झूल रहा था। घटना के बाद घर में कोहराम मच गया। पुलिस को सूचना दी गई और फिर शव का पोस्टमार्टम कराया गया। मनीष का बड़ा भाई भी एसएटीआई से एमएससी कर रहा है।
पिता पहले भी 6-7 लाख रुपए का कर्ज चुका चुके थे
पुलिस ने बताया कि अहमदपुर रोड पर एफसीआई गोदाम के पास रहने वाला 20 वर्षीय मनीष नायक पिछले काफी समय से ऑनलाइन गेम में उलझा हुआ था। छात्र को ऑनलाइन गेम की लत लग चुकी थी। इस गेम में फंसकर छात्र लाखों रुपए का कर्ज ले चुका था। पहले भी उसके पिता सुनील नायक ने अपने पुत्र के ऑनलाइन गेम में हार चुके करीब 6 लाख रुपए का कर्ज चुकाया था। इसके बाद भी मनीष इस लत से उबर नहीं पाया और वह अपने माता-पिता के खाते से पैसे निकालकर ऑनलाइन गेम खेलने लगा था। हाल ही में उसने अपनी मां से भी पांच हजार रुपए लिए थे। ऑनलाइन गेम की इस लत के कारण मनीष को जान देनी पड़ी।