भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में फिर भीषण आग लग गई। एमपी नगर के पास चेतक ब्रिज के नजदीक सोमवार रात दो बजे मैकेनिक मार्केट में आग भड़क गई। आग में 2 दुकान और 3 कारें जलकर खाक हो गईं। आग से जली एक कार मैकेनिक के यहां सुधरने के लिए रखी गई थी। दूसरी कार दुकानों के पास बने मकान में रह रहे एक रहवासी की थी। आग की सूचना पर पहुंची नगर निगम की फायर ब्रिगेड टीम ने करीब 2 घंटे की मशक्कत के बाद आग को काबू किया।
देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया
जानकारी के मुताबिक, दुकानों में आग लगने की सूचना पर फतेहगढ़, माता मंदिर, भेल, बैरागढ़ सहित अन्य फायर स्टेशन से 10 दमकल आग को बुझाने भेजे गए। आग मैकेनिक मार्केट के नजदीक नफीस के स्क्रेप गोदाम से शुरू हुई थी, जिसने देखते ही देखते आसपास की दुकानों में फैल गई। आग से इलेक्ट्रोनिक्स मटेरियल और ऐसी रिपेयरिंग की दुकान भी जल गई।
घर में रखी कार भी जलकर नष्ट
सबसे पहले आग नफीस खां की स्क्रेप दुकान में लगी। फिर फैलते चली गई और कुछ ही देर में दूसरी दुकानें भी जलने लगीं। स्क्रेप गोदाम में इंजन ऑइल के ड्रम और कारों का दूसरा सामान भी रखा था। इसके चलते गोदाम में तेज धमाके हुए। आग में मैकेनिक मार्केट और सामने बने मकान के एक रहवासी की कार सहित कुल तीन कार जली हैं। स्क्रैप सेंटर के सामने बने मकान में रखी नई कार भी जल गई। घर की पार्किंग में कार खड़ी थी। लेकिन, स्क्रैप सेंटर में सामान में आग से हुए धमाके से निकली चिंगारी से पार्किंग में रखी कार में आग लग गई।
टेंट हाउस के गोदाम में भड़की थी आग
बता दें कि भोपाल में लगातार आग की घटनाएं हो रही हैं। हाल ही में बाग मुगालिया इलाके में टेंट हाउस के गोदाम में आग लगी थी। आग में 3 गैस सिलेंडर में ब्लास्ट हुआ था। कर्मचारियों ने भागकर अपनी जान बचाई थी। गोदाम का टीन शेड 50 फीट दूर जाकर गिरा था। गोदाम के आसपास कई मकान और झुग्गियां हैं। बड़े हादसे की आशंका को देखते हुए फायर ब्रिगेड की 10 से ज्यादा गाड़ियां ने डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया था।
9 मार्च को मंत्रालय वल्लभ भवन में लगी थी आग
इससे पहले 9 मार्च को सुबह 9.30 बजे वल्लभ भवन की तीसरी मंजिल में आग लगी थी। तेजी से फैली फैलती चली गई। चौथे और पांचवें माले तक पहुंच गई थी। 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद किसी तरह आग पर काबू पाया गया था। भीषण आग में पांचवीं मंजिल पर बने मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल, राधा सिंह, प्रतिमा बागरी और दिलीप अहिरवार के चैंबर आग से नष्ट हो गए थे। आग क्यों लगी? जिम्मेदार कौन है? जांच के लिए सरकार ने 7 सदस्यीय कमेटी बनाई है। अभी प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आई है।