Madhya Pradesh News: प्लॉट में बेसमेंट की खुदाई करते वक्त नींव हिलने से चार मंजिला इमारत भरभराकर पड़ोस के मकान पर गिर गई। मकान भी ढह गया। मकान में सो रहे नगर निगम के रिटायर कर्मचारी की मौत हो गई। 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद 65 साल के बुजुर्ग के शव को मलबे से बाहर निकाला जा सका। एसडीआरएफ की टीम ने जैक से छत को उठाकर उनके शव को बाहर खींचा। घटना ग्वालियर के हजीरा शहर का नाका की है। हादसे के बाद अफरा-तफरी मच गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पूरा मामला: तीन घंटे बाद बुजुर्ग का शव मलबे से निकला
जानकारी के मुताबिक, हजीरा के चार शहर नाका में रहने वाले नगर निगम के रिटायर्ड कर्मचारी जगदीश कढ़ेरे के पड़ोस में हरिशचंद्र राजपूत का मकान है। मकान के बगल में उनके भाई महावीर राजपूत के प्लॉट पर निर्माण कार्य चल रहा था। सोमवार रात को खुदाई चल रही थी। राजपूत का चार मंजिला मकान जगदीश के घर पर गिरा। जगदीश का मकान भी ढह गया। अंदर सो रहे जगदीश की दर्दनाक मौत हो गई। सूचना पर पुलिस और एसडीआरएफ टीम पहुंची। तीन घंटे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बुजुर्ग का शव मलबे से बाहर निकाला जा सका।
मकान में अकेले सोते थे जगदीश
जानकारी के मुताबिक, चार मंजिला इमारत जिस मकान पर गिरी, वो कच्चा था। पुश्तैनी मकान में जगदीश सिंह अकेले अकेले सोते थे। बगल में ही जगदीश का नया मकान भी बना है। नए मकान में उनका पूरा परिवार रहता है। जिस समय हादसा हुआ पड़ोसी हरीशचंद्र के चार मंजिला मकान में कोई नहीं था। परिवार शादी में शामिल होने के लिए गया था। हादसे में जगदीश की मौत हो गई। जगदीश का शव निकाले दो जेसीबी से मलबा हटाया गया। एसडीआरएफ की टीम ने जैक से छत को उठाकर उनके शव को बाहर खींचा।