Indore Yugpurush Ashram Incident: मध्य प्रदेश में इंदौर के पंचकुइयां स्थित युग पुरुष धाम आश्रम में छह बच्चों की मौत से हड़कंप मचा हुआ है। बीमार बच्चों की संख्या भी बढ़कर 48 हो गई। एडीएम की जांच में आश्रम संचालक की बड़ी लापरवाही सामने आई है। बताया गया, बच्चों की मौत हैजा से हुई है। 27 जून को दो बच्चों में डायरिया पुष्टि हो गई, लेकिन प्रबंधन खुद से इलाज करता रहा। एक बच्चे की मौत पर सूचना नहीं दी। उसे चुपचाप दफना दिया। नतीजन बीमारी फैलती रही।
एडीएम गौरव बेनल के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम ने बुधवार प्रबंधन के बयान दर्ज करने के बाद जरूरी दस्तावेज एकत्रित किए। साथ ही आश्रम परिसर का की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। किचन, पानी, बच्चों के रहने-सोने व शौचालय का अवलोकन किया।
मंगलवार रात भर्ती कराए गए 32 बच्चे
अनाथ आश्रम में एक एक कर 32 बच्चे बीमार हो गए, तब जाकर मंगलवार रात उन्हें चाचा नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसके पहले तक प्रबंधन खुद से दवा देता रहा। जांच में दो बच्चों में हैजे की पुष्टि होती है। समय पर उपचार न मिलने से आश्रम के 6 बच्चों की मौत हो गई है।
प्रशासन से छिपाई बच्चे की मौत
प्रशासन की जांच में पता चला कि शुरुआत में कुछ बच्चे जब डायरिया से पीड़ित हुए तो आश्रम प्रबंधन उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने की बजाय खुद से इलाज करते रहे। 29 जून को बच्चे की मौत हो गई तब भी प्रशासन को सूचना नहीं दी, चुपचाप उसे दफना दिया।
इंदौर के अनाथ आश्रम में मौतों से मंत्री अनजान
इंदौर के पंचकुइयां स्थित युग पुरुष धाम आश्रम में छह बच्चों की मौत से पूरे प्रदेश में हड़कंप मचा रहा, लेकिन स्वास्थ्य मंत्री व डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला अनजान रहे। शनिवार को पौधरोपण कार्यक्रम में हिस्सा लेने इंदौर पहुंचे मंत्री से मीडिया ने सवाल किया तो मुझे घटना की जानकारी नहीं है। पता कराता हूं। आश्रम में दूषित पानी पीने से 50 से ज्यादा बच्चे बीमार हो गए। 48 को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन छह की मौत हो गई। दो मौतें आश्रम में ही हो चुकी थीं। आश्रम संचालक की लापरवाही सामने आने पर कलेक्टर ने एफआईआर के निर्देश दिए हैं।