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खरगोन के युवक ने काबिले तारीफ काम किया है। रोबोट मूवी देखने के बाद 20 साल का युवक रोबोट बनाने की जिद कर बैठा। दिन-रात जुटा रहा और मोबाइल से ऑपरेट होने वाला रोबोट तैयार किया। ऑटोमेटिक फायर गन और स्मार्ट चश्मा भी बनाया है।

भोपाल। 'रोबोट मूवी' देखी तो रोबोट बनाने का आइडिया सूझा। रात-दिन सपने देखने लगा कि आखिर रोबोट को कैसे बनाऊं। फिर युवक ने गूगल पर सर्च कर रोबोट बनाने की विधि सीखी। इसके बाद कचरा, कबाड़ के सामान को इकट्ठा किया। लकड़ी और गत्तों से रोबोट का स्ट्रक्चर बनाया। इसके बाद मुंबई की रोबोट बनाने वाली कंपनी के डायरेक्टर से कुछ टिप्स लिए। पूरी लगन और शिद्दत से सपने को साकार करने में जुटे रहे युवक को आखिर में रोबोट बनाने में सफलता मिल ही गई।

20 साल के युवक ने मोबाइल से ऑपरेट होने वाला रोबोट तैयार किया है। इस युवक का नाम अमन कालरा है। अमन मध्यप्रदेश के खरगोन जिले के बासवा गांव में रहता है। पिता ढाबे पर काम करते हैं। पिता की कमाई से ही घर चलता है। गरीबी से जूझ रहे अमन ने अपने सपने को साकार कर दिखाया। 

Aman Kalra of Khargone

जवानों के लिए बनाई ऑटोमेटिक फायर गन 
आठवीं तक शिक्षा हासिल करने वाले अमन की जिद यहीं पूरी नहीं हुई। इसके बाद अमन ने सेना के जवानों के लिए ऑटोमेटिक फायर गन भी बनाई है। इस फायर गन में अल्ट्रासोनिक सेंसर लगा हुआ है, जब भी इस गन के सामने कोई आएगा, गन कुछ सेकंड में चल जाएगी। इसी तरह ब्लाइंड लोगों के लिए स्मार्ट चश्मा भी बनाया है। चश्मे में ऐसा सेंसर लगा है, जो पहनने वाले को बीप की आवाज से सचेता करता है।

गरीबी के कारण अमन को छोड़नी पड़ी पढ़ाई 
अमन का परिवार हरियाणा का रहने वाला है। फौज में जाने को लेकर अमन के पिता का उसके दादा से विवाद हो गया तो अमन के पिता हरियाणा छोड़कर मध्यप्रदेश आ गए। अमन के पिता ढाबे पर खाना बनाने का काम करते हैं। गरीबी के चलते अमन को पढ़ाई छोड़नी पड़ी। पिछले छह साल से अमन गांव में ही रह रहा है।  पिता की कमाई से ही घर का खर्च चलता है। 

अमन ने कहा प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती 
अमन के मुताबिक, शासन की ओर से कोई अनुदान नहीं मिला है। लेकिन वो देश के लिए कुछ करना चाहता है। उसने यह भी कहा कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं होती। अमन ने अपनी उम्र के साथियों को संदेश देते हुए कहा कि आप भी कर सकते हैं. आप अपने देश की तरफ देखोगे, अपने तिरंगे की तरफ देखोगे तो आपका खून खौल उठेगा और तब आप यह सब कर पाओगे। यही सबकुछ सोचकर मैंने फौजी भाइयों के लिए ऑटोमेटिक फायर गन बनाई है।  

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