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Ayodhya Ram Mandir : रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण अस्वीकारने के मुद्दे पर बयान देकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह फिर घिर गए। छोटे भाई लक्ष्मण सिंह ने ही सवाल उठाए हैं। कहा, राम मंदिर सबको जाना चाहिए

Ayodhya Ram Mandir : अयोध्या राममंदिर के मुद्दे पर कांग्रेस सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय के भाई लक्ष्मण सिंह उनसे सहमत नहीं हैं। शुक्रवार को मीडिया को दिए एक बयान में लक्ष्मण सिंह ने कहा  कि दिग्विजय सिंह ज्ञानी महापुरुष हैं। वह मुझसे कहीं ज्यादा जानते हैं। मैं उनके बारे में कुछ नहीं बोल सकता। यही नहीं पूर्व सांसद लक्ष्मण सिंह ने कहा, अयोध्या हर किसी को जाना चाहिए। हम हर साल वहां जाएंगे। हमारी भक्ति भगवान राम के प्रति है।  

पार्टी नेताओं का किया था बचाव 
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दो दिन पहले ही मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी द्वारा अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण अस्वीकार करने पर बचाव किया था। कहा था  कि शिवसेना, राजद, जद (यू), टीएमसी, सीपीआई और सीपीआई (एम) सहित कौन से दल हैं, जिन्हें निमंत्रण मिला है और भाग ले रहे हैं। भगवान राम सबके हैं। मंदिर जाकर हमें खुशी होगी, लेकिन निर्माण तो पूरा हो जाए।  पूर्व सीएम ने यह भी कहा था कि किसी भी स्थापित धर्म गुरु ने अयोध्या का निमंत्रण स्वीकार नहीं किया। दिग्विजय के मुताबिक, धर्मगुरुओं ने आपत्ति जताई है और धर्म शास्त्र के अनुसार निर्माणाधीन मंदिर में मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को अशुभ बताया है।  

निमंत्रण अस्वीकार करना दुर्भाग्यपूर्ण 
कांग्रेस ने नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी नसीहत दी। दिग्विजय के बयान पर सवाल पूछने पर कहा कि राजनेताओं को धर्म की व्याख्या करने से बचना चाहिए। भगवान राम का मंदिर बना है। इसका स्वागत करें। यह भारत के लिए गौरव और उत्सव का विषय है। रुकावटें डालना बंद करें। राम सबके हैं... निमंत्रण अस्वीकार करना दुर्भाग्यपूर्ण है। मैं सभी से निमंत्रण स्वीकार करने की अपील करता हूं। 

दिग्विजय को धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान नहीं 
हनुमानगढ़ी मंदिर के पुजारी महंत राजू दास ने दिग्विजय के बयान पर कहा,  जिसने भगवान राम को काल्पनिक चरित्र कहा, जिसने राम भक्तों पर गोली चलाई, जिसने इसे भगवा आतंक कहा, जिसने भगवान राम को रखने का पाप किया। इतने दिनों तक एक तंबू के नीचे...जिन्हें धार्मिक ग्रंथों का ज्ञान नहीं है। आज गलत बयान दे रहे हैं। अगर साहस है और वास्तव में धर्मनिरपेक्षता में विश्वास करते हैं। तो भगवान राम की नगरी में आकर दर्शन करना चाहिए। पता चल जाएगा कि मंदिर अधूरा है। जहां प्राणप्रतिष्ठा होगी वह जगह तैयार है। 

कांग्रेस नेताओं को पहचान लिया 
दिग्विजय सिंह के बयान पर पूर्व भाजपा सांसद राम विलास दास वेदांती ने भी सवाल उठाए। कहा यह किसी पार्टी नहीं, बल्कि सबका आयोजन है। मंदिर जाने से किसी को रोका नहीं गया। हर पार्टी को निमंत्रण मिला है। हिंदुत्व, सनातन धर्म और राष्ट्रवाद का कांग्रेस ने बहिष्कार किया है। लोगों ने उसके नेताओं व मानसिकता को पहचान लिया है। 

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