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MP की 29 लोकसभा सीटों में से 24 पर भाजपा ने उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। 5 सीटों इंदौर, धार, उज्जैन, छिंदवाड़ा और बालाघाट के टिकट अभी होल्ड हैं। इन सीटों पर पार्टी ने प्रत्याशी क्यों नहीं उतारे? कौन है दावेदार? जानें पांचों सीटों का चुनावी समीकरण।

भोपाल। लोकसभा चुनाव के लिए भाजपा ने पहली सूची जारी कर दी है। मध्यप्रदेश की 29 में 24 सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। 5 सीटों के टिकट अभी होल्ड हैं। मुख्यमंत्री डॉ.मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन और कांग्रेस का गढ़ मानी जाने वाली छिंदवाड़ा सीट पर अभी निर्णय नहीं हो पाया है। इसके अलावा बालाघाट, इंदौर और धार सीट पर प्रत्याशियों का ऐलान भाजपा ने नहीं किया है। भाजपा ने इन पांचों सीटों को क्यों होल्ड किया है? इन सीटों से किसे टिकट मिल सकता है? क्या है इसका चुनावी समीकरण? हरिभूमि की पड़ताल में जानें सबकुछ। 

जानें, BJP ने इन सीटों को क्यों रोका, कौन है प्रमुख दावेदार 

  • उज्जैन: सीएम डॉ.मोहन यादव का गृह जिला उज्जैन होने के कारण यह सीट अटकी है। यहां सीएम की पसंद पर ही टिकट फाइनल होना है। अभी अनिल फिरोजिया सांसद हैं, लेकिन उनकी सीएम से पूर्व में पटरी नहीं बैठती थी। इसलिए अभी इसे होल्ड किया है। बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को 3.65 लाख वोट की लीड मिली थी।
  • ये हैं दावेदार: अनिल फिरोजिया, सत्यनारायण, पारस जैन। 
  • छिंदवाड़ा: भाजपा ने छिंदवाड़ा सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया है। कांग्रेस से कमलनाथ पुत्र नकुलनाथ यहां सांसद हैं। यहां भाजपा किसी बड़े चेहरे पर दांव खेलने के मामले में विचार-विमर्श कर रही है। इसी कारण अभी इसे रोका है। 2019 में कांग्रेस के नकुलनाथ ने भाजपा के नत्थन शाह को 37536 वोटों से हराया था। 
  • ये हैं दावेदार: नत्थन शाह, उत्तम ठाकुर और बंटी साहू। 
  • इंदौर: प्रदेश की सेफ सीटों में इंदौर सीट शामिल है। आरएसएस-बीजेपी का गढ़ है। इस सीट से भाजपा से शंकर ललवानी सांसद हैं। चर्चा है कि यहां कैलाश विजयवर्गीय के कारण पेंच हैं। शंकर पूर्व सांसद सुमित्रा महाजन के खेमे से हैं। जबकि, कैलाश यहां अपने खेमे के जीतू जिराती को टिकट चाहते हैं। दावेदारों की भीड़ के कारण खींचतान है। पिछले चुनाव में बीजेपी से शंकर लालवानी ने कांग्रेस के पंकज संघवी को 5 लाख 47 हजार 754 वोटों से हराया था।
  • ये हैं दावेदार: निशांत खरे, जीतू जिराती, गौरव रणदिवे
  • धार: सूत्रों के मुताबिक, सिंधिया खेमे के पूर्व मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव की दावेदारी ने इस सीट को उलझा दिया है। सिंधिया यहां इस टिकट को चाहते हैं। अभी छतरसिंह दरबार यहां से सांसद हैं। उनको रिपीट करने पर सहमति नहीं है। धार में पूरा गणित राजर्वधन की दावेदारी से उलझा है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने ये सीट 1.56 लाख वोट से जीती थी।
  • ये हैं दावेदार: राजवर्धन, रंजना बघेल और जयदीप पटेल 
  • बालाघाट: इस सीट से अभी ढालसिंह बिसेन सांसद हैं। यहां टिकट बदले जाने की चर्चा है। गौरीशंकर बिसेन अपनी पुत्री को टिकट दिलाना चाहते हैं। गौरीशंकर की भी दावेदारी है। पार्टी इसे लेकर अभी उलझन में है। इसलिए इसे होल्ड किया है।  
  • ये हैं दावेदार: गौरीशंकर, उनकी पुत्री मौसमी बिसेन, रमेश भटेरे, वैभव पंवार
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