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मध्यप्रदेश में 16वीं विधानसभा का विशेष सत्र सोमवार से शुरू हो गया। चार दिन तक चलने वाले इस सत्र में विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी। पहले दिन CM मोहन समेत 107 विधायकों ने पद और गोपनीयता की शपथ ली।

भोपाल। मध्यप्रदेश में 16वीं विधानसभा का विशेष सत्र सोमवार से शुरू हो गया। 21 दिसंबर यानी चार दिन तक चलने वाले सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर गोपाल भार्गव ने 207 विधायकों को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। गोपाल भार्गव पहले ही शपथ ले चुके हैं। अब तक 208 विधायकों की शपथ हो चुकी है। 12 विधायकों ने संस्कृत, एक ने उर्दू और एक ने अंग्रेजी में शपथ ली। 22 विधायकों की शपथ होना बाकी है। 

इससे पहले बीजेपी विधायक नरेंद्र सिंह तोमर ने विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल किया। वे निर्विरोध चुने जाएंगे। उन्हें विपक्ष का साथ मिला है। विधानसभा अध्यक्ष का चयन 20 दिसंबर को होगा। प्रोटेम स्पीकर उन्हें शपथ दिलाएंगे।

पंडित नेहरू की तस्वीर की जगह अब डॉ. अंबेडकर
विधानसभा में सदन के भीतर अब पूर्व प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू की तस्वीर नहीं दिखाई देगी। विधानसभा सचिवालय ने विधानसभा अध्यक्ष की आसंदी के पीछे लगी नेहरू की तस्वीर को हटा दिया है। इसके स्थान पर अब डॉ. भीमराव अंबेडकर की तस्वीर लगा दी गई है। यह बदलाव 16वीं विधानसभा के पहले दिन विधायकों की शपथ के दौरान देखने को मिला। 

सरला रावत शपथ लेने में कई बार अटकीं
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सबसे पहले शपथ ली। सीएम के बाद नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने शपथ ली। पांचवें नंबर पर शिवराज सिंह ने शपथ ली। मुरैना जिले के सबलगढ़ से भाजपा विधायक सरला रावत शपथ लेने में कई बार अटकीं। सुरक्षाकर्मी ने उनकी मदद की।

रीति, धर्मेंद्र और प्रदीप ने संस्कृत में ली शपथ
सीधी विधायक रीति पाठक ने संस्कृत में शपथ ली। पाठक दो बार सांसद रह चुकी हैं। दमोह के जबेरा से भाजपा विधायक धर्मेंद्र सिंह लोधी और मऊगंज से दूसरी बार भाजपा के विधायक प्रदीप पटेल ने भी संस्कृत में शपथ ली।

हम प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे: मोहन 
सीएम मोहन ने कहा, '16वीं विधानसभा सत्र का आज पहला दिन है। मुझे प्रसन्नता है कि आज सत्ता पक्ष-विपक्ष ने मिलकर नए विधानसभा अध्यक्ष का नामांकन दाखिल किया है। मैं विधायक दल के नेता के नाते विपक्ष की सकारात्मक सोच का स्वागत करता हूं। विपक्ष इसी तरह अपना रचनात्मक सहयोग दे। हम प्रदेश को विकास की नई ऊंचाइयों तक लेकर जाएंगे।

विधायक-मंत्रियों की प्रशासनिक दक्षता की कराई जाएगी ट्रेनिंग  
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल लोक, ओरछा सहित अन्य धार्मिक स्थलों पर अनुष्ठान शुरू होंगे। विधायक और मंत्रियों की प्रशासनिक दक्षता की ट्रेनिंग कराई जाएगी। मंत्रिमंडल गठन पर उन्होंने कहा, 'कल दिल्ली में बैठक हुई है। जल्द ही मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा।

भाई का रिश्ता विश्वास और मामा का रिश्ता प्रेम का है: शिवराज 
विधानासभा परिसर में शिवराज सिंह ने कहा-भाई बहन के रिश्ते हों, मामा या भांजे के रिश्ते हों, मैंने पहले भी कहा है कि भाई का रिश्ता विश्वास का है और मामा का रिश्ता प्रेम का है। ये जो संबंध हैं, वो स्वाभाविक हैं। ये एक फेज होता है, धीरे-धीरे लोग इसको भूल जाते हैं लेकिन संबंध रहेंगे। 

आनंद का विषय, पीढ़ी परिवर्तन भी हुआ है
शिवराज ने मीडिया से बातचीत में कहा कि विधानसभा में पुराने और अनुभवी साथी भी चुनकर आए हैं। नई पीढ़ी का भी पर्याप्त समावेश दिख रहा है। एक और आनंद का विषय है, पीढ़ी परिवर्तन भी हुआ है। मोहन यादव मुख्यमंत्री हैं तो उमंग सिंगार नेता प्रतिपक्ष। पीढ़ी परिवर्तन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है।

कमलनाथ विदेश में हैं, इसलिए नहीं आ पाए
उमंग सिंघार ने नेता प्रतिपक्ष के कक्ष में पहुंचकर महाकाल की पूजा की। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और अपनी बुआ स्वर्गीय जमुना देवी की तस्वीर पर माल्यार्पण किया। कमलनाथ के विधायक दल की बैठक में शामिल न होने पर उन्होंने कहा, 'वे विदेश में हैं, इसलिए नहीं आ पाए।

विधानसभा की बैठक व्यवस्था: किसको कहां, मिला स्थान

  • पहले नंबर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव। 
  • दूसरे पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा। 
  • तीसरे नंबर पर डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल। 
  • चौथे पर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान। 
  • पांचवें नंबर पर जयंत मलैया।
  • 6वें नंबर पर भूपेंद्र सिंह।
  • 7वें नंबर पर बिसाहू लाल सिंह। 
  • 8वें नंबर पर तुलसीराम सिलावट।
  • 9वें नंबर पर विश्वास सारंग। 
  • 10वें नंबर पर जयसिंह मरावी।
  • 117वें नंबर पर नेता प्रतिपक्ष सिंघार।
  • 230 नंबर पर उदयपुरा विधायक नरेंद्र शिवाजी पटेल बैठे।
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