MP Lok Sabha Chunav Fourth Phase Voting: मध्यप्रदेश में लोकसभा चुनाव के चौथे फेज की वोटिंग के बीच उज्जैन में बड़ी कार्रवाई हुई। वार्ड-37 के मतदान केंद्र में पीठासीन अधिकारी आरती को कलेक्टर ने हटा दिया है। आरोप है कि वे आरती वोटर्स को भाजपा को वोट देने के लिए कह रही थीं। वीडियो सामने आने के बाद कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार उनके खिलाफ धरने पर बैठ गए। इसके बाद कलेक्टर ने एक्शन लेकर पीठासीन अधिकरी को हटा दिया।
अब उज्जैन में लोकतंत्र की हत्या.
— Mahesh Parmar (MLA) (@OfficeOfMLA214) May 13, 2024
आज मतदान प्रारंभ होते ही मुख्यमंत्री मोहन यादव जी की विधानसभा के मतदान केंद्र 37 पर एक पीठासीन महिला प्रसाशन अधिकार ने खुलेआम भाजपा का प्रचार किया और स्वीकार भी किया। pic.twitter.com/RSRVQWfv5k
पीठासीन अधिकारी ने माफी मांगी
उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के मतदान केंद्र क्रमांक 35 पर पीठासीन अधिकारी के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम पर वोट मांगने की जानकारी लगते ही कांग्रेस प्रत्याशी महेश परमार मतदान केंद्र पर पहुंचे और उन्होंने अधिकारियों से बात कर शिकायत की। अधिकारी को पीठासीन अधिकारी का वीडियो दिखाया। अधिकारियों ने उनकी बात नहीं मानी तो कांग्रेस प्रत्याशी परमार धरने पर बैठ गए। पीठासीन अधिकारी आरती ने परमार से माफी भी मांगी। जानकारी कलेक्टर तक पहुंची तो उन्होंने पीठासीन अधिकारी को निलंबित कर दिया।
मुख्यमंत्री मोहन यादव के क्षेत्र उज्जैन में चुनाव ड्यूटी पर तैनात अधिकारी जनता पर बीजेपी को वोट देने का दबाव डाल रहे हैं।
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) May 13, 2024
मोहन यादव जी, लोकतंत्र की हत्या के लिए इंदौर के बाद अब उज्जैन को क्यों कलंकित करने पर तुले हो।
चुनाव आयोग से उम्मीद है कि अपनी निष्पक्षता का परिचय दें… https://t.co/OaSfBDLKmr pic.twitter.com/ZInkypUwZK
मंदसौर में चुनाव का बहिष्कार
मंदसौर के फतेहगढ़ गांव में मतदान का बहिष्कार कर दिया। ग्रामीण रेलवे अंडरब्रिज सहित फोनलेन मार्ग पर डिवाइडर बनाने की मांग कर रहे हैं। दो घंटे बीतने के बाद अब तक 2 बूथों पर 16 वोट डाले गए। मतदान के बहिष्कार की सूचना मिलते ही तहसीलदार समेत पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा है। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है। वोट डालने जा रहे मतदाताओं को पुलिस सुविधा दे रही है।
उज्जैन में भी बहिष्कार
उज्जैन के ग्राम गुराड़िया गुर्जर में भी मतदान का बहिष्कार किया गया है। ग्रामीणों ने नर्मदा सिंचाई लाइन, स्कूल बिल्डिंग और सेवा सहकारी संस्था को लेकर मोर्चा खोल दिया है। SDM और तहसीलदार मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को समझाइश दे रहे हैं।