Madhya Pradesh Budget 2024-25: मध्यप्रदेश की मोहन यादव सरकार का पूर्ण पहला बजट बुधवार को पेश किया गया। इसमें शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के क्षेत्र में विशेष जोर दिया गया है। वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने बजट प्रस्तुतिकरण के दौरान बताया, आगामी 4 साल में 42 हजार स्वास्थ्यकर्मी, 11 हजार शिक्षक और 7500 पुलिस कर्मी भर्ती किए जाएंगे। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए भी हमारी सरकार संकल्पबद्ध है।
वित्तमंत्री जगदीश देवड़ा ने बताया कि युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने स्किल डेवलपमेंट, बैंक लोन व अनुदान योजनाओं के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। ढांचागत विकास और औद्योगिकीकण को बढ़ावा देकर निजी क्षेत्र में रोजगार के अवसर सृजित किए जा रहे हैं।
MP बजट 2024 में युवाओं के लिए प्रमुख प्रावधान
- सरकारी नौकरियों के लिए लगने वाली आवेदन शुल्क कम करने का निर्णय लिया गया है। वित्त मंत्री ने बताया, राज्य सरकार इसके लिए नीति बना रही है।
- वित्त मंत्री ने बताया, मोहन सरकार शिक्षा के क्षेत्र में गुणात्मक सुधार के लिए लगातार प्रयासरत है। हर जिले में पीएमश्री एक्सीलेंस कॉलेज खोले गए हैं। इनमें 2000 से अधिक नई भर्तियां होंगी।
- प्रदेश में इस वर्ष 22 नए आाईटीआई खोलन का निर्णय लिया गया है। इससे 5 हजार 280 छात्रों का फायदा होगा।
- जनजातीय कल्याण विभाग के द्वारा 22 नए हॉस्टल खोले जाएंगे। एससी एसटी छात्रों को विदेश अध्ययन के लिए स्कॉलरशिप दी जाएगी।
- वित्तमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार शिक्षा, रोजागर के साथ खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए राजधानी भोपाल में अंतराष्ट्रीय स्तर का स्टपोर्ट काम्पलेक्स के निर्माण का प्रावधान किया गया है। इसमें हॉकी, एथलीट सहित अन्य स्पोर्ट्स के लिए अलग-अलग मैदान डेवलप किए जाएंगे।
- 3200 प्राथमिक स्कूलों का उन्यन कर माध्यमिक स्तर की कक्षाएं शुरू की जाएंगी। युवाओं को कौशल विकास की दृष्टि से एआई, मशीन लर्निंग व कोडिंग आधारित शिक्षा देकर रोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।
- शासकीय स्कूलों में विषयवार शिक्षकों के अलावा खेल, नृत्य व संगीत शिक्षकों के 11 हजार पद सृजित किए जाएंगे।
- समेकित छात्रवृत्ति योजना के तहत 63 लाख विद्यार्थियों को नि:शुल्क गणवेश व 87 लाख विद्यार्थियों को नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकें दी जाएंगी।
उमंग सिंघार बोले-युवाओं से छलावा हुआ
विपक्ष ने मोहन सरकार के इस बजट को निराशजनक बताया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बताया कि प्रदेश के युवाओं को बजट से खासी उम्मीद थी, लेकिन उन्हें वादों का झुनुझना ही मिला। सरकारी नियुक्तियों में लगातार फर्जीवाड़े हो रहे हैं। सरकार भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय उन्हें बचाने में जुटी दिख रही है।