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MP RIVER : मुरैना। जिले में जीवनदाहिनी नदियों के दूषित होने पर लगाम नहीं लगया जा पा रहा है। जिला मुख्यालय के आसपास बह रही अधिकांश नदियों में फैक्ट्रियों का दूषित पानी और केमिकल छोड़ा जा रहा है

MP RIVER : मुरैना। जिले में जीवनदाहिनी नदियों (Rivers) के दूषित (Contaminated) होने पर लगाम नहीं (Not Stop) लगया जा पा रहा है। जिला मुख्यालय (headquarters) के पास बह (Flow) रही अधिकांश नदियों में फैक्ट्रियों का दूषित पानी और केमिकल छोड़ा जा रहा है, इससे पूरी नदी ही दूषित हो रही है।

ऐसी ही हालत इन दिनों पलपुरा कस्बे के पास से गुजरी क्वारी नदी की है, जहां केमिकल से नदी का पानी इतना दूषित हो गया है। जिससे कि नदी में झागों के उफान उठ रहे हैं। हो रहे इस प्रदूषण के कारण पानी में रहने वाले जीव मछलियां और अन्य कीड़े मारे जा रहे हैं।

जहरीला पानी 

बता दें कि चंबल नदी के बाद जिले की सबसे बड़ी क्वारी नदी है। यह नदी कई गांव से होकर गुजरती है और यह नदी गांव के लोगों के लिए जीवन दायिनी के रुप में है लेकिन यह जीवन दाहिनी नदी आजकल जहरीले होने की वजह से जीवन को छीनने वाली बन गई है। क्योंकि नदी का केमिकल युक्त पानी को किसान अपनी फसलों और मवेशियों के लिए अधिक इस्तेमाल करते हैं जिसकी वजह से मवेशियों और फसलों में भी इस केमिकल का असर देखने को मिल रहा है।

यह नदी कईयों जगह से दूषित हो रही है, लेकिन सबसे दयनीय हालत पलपुरा के पास है। इन दिनों नदी के पानी में ऐसे सफेद झाग बन रहे हैं, जो दूर से देखने में बर्फ जैसे लगते हैं, लेकिन पास जाने पर इससे तेज बदबू उठती है। इन झागों के कारण नदी का पानी तेजी से दूषित हो रहा है, इस कारण मछलियां मरकर किनारे पर आने लगी हैं। ग्रामीणों के अनुसार हर साल सर्दी के दिनों में नदी के पानी की यही हालत होती है। 10 से 15 दिन तो कभी-कभी एक महीने तक नदी में झाग बनते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि हर साल नदी की हालत ऐसी होती हैै। हजारों मछलियां व कई मवेशी पानी पीने से मरते हैं, प्रशासन को शिकायत करते हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं करता।ग्रामीणों ने बताया, कि क्वारी नदी की यह हालत फैक्ट्रियों से छोड़े जाने वाले केमिकलयुक्त पानी के कारण हो रही है। मिली जानकारी के अनुसार देवरी से लेकर मुरैना शहर तक क्वारी नदी किनारे कुछ फैक्ट्रियां जिनका जहरीला पानी नदी में छोड़ा जा रहा है, इसी कारण नदी का पानी दूषित हो रहा है।

 

 

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