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MP News: मध्यप्रदेश में सड़कों का औचक निरीक्षण करने पर PWD इंजीनियर्स की बड़ी खामी सामने आई है। 10 जिलों के इंजीनियर्स को शोकॉज नोटिस जारी किया है।

भोपाल (हरि अग्रहरि): मध्यप्रदेश को गड्ढा मुक्त प्रदेश बनाने के लिए सरकार काफी प्रयास कर रही हो, लेकिन PWD के अधिकारी अपनी कार्यप्रणाली से इस अभियान को पलीता लगाने में जुए हुए हैं। औचक निरीक्षण में 1368 गड्ढों की बड़ी गड़बड़ी मिली है। यह सड़कों के ऐसे गड्ढे हैं, जिन पर चलना तो दूभर है ही साथ में जान भी जोखिम में डालने से कम नहीं है। 

इस पर लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अपर मुख्य सचिव ने 10 कार्यपालन यंत्रियों को शोकॉज नोटिस जारी किए हैं। इनके जवाब आने के बाद सभी पर सख्त कार्रवाई होना तय माना जा रहा है। इसके साथ ही 50 से ज्यादा ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट किया जाएगा।

राज्य शासन के निर्देश पर 7 से 22 अगस्त तक सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का अभियान चला था। बाद में एसीएस केसी गुप्ता को शिकायत मिली की सड़कों के गड्ढे जस के तस हैं, जबकि इंजीनियर्स ने रिपोर्ट दे दी कि अब सड़कों में गड्ढे नहीं हैं। इस पर उन्होंने अलग-अलग जिलों के इंजीनियरों की टीम बनाकर औचक निरीक्षण कराने का निर्णय लिया। इसके बाद पीडब्ल्यूडी के सचिव एआर सिंह ने संभाग स्तर पर सड़कों गड्ढों की जांच के लिए टीमें गठित कर एक सप्ताह में रिपोर्ट देने को कहा। एसीएस गुप्ता के मुताबकि, पीडब्ल्यूडी व आरडीसी की सड़कों की जांच के लिए अलग-अलग टीमें बनाकर औचक निरीक्षण कराया गया है। इसमें भारी गड़बड़ी मिली है। 

PWD so caused notice
10 इंजीनियरों को दिया शोकॉज नोटिस

गड्ढे भरने की झूठी रिपोर्ट दे दी, अब 1368 गड्ढे मिलें  
राज्य शासन ने की ओर से गठित औचक निरीक्षण में 10 जिलों के कार्यपालन यंत्रियों की रिपोर्ट में भारी गड़बड़ी मिली। इन कार्यपालन यंत्रियों ने गड्ढों को भरने की झूठी रिपोर्ट दे दी। इसमें इंजीनियरों और ठेकेदारों की मिलीभगत पाई गई है। अंदर की बात यह है कि इन सड़कों पर निरीक्षण के वक्त भी गड्ढे थे, जबकि कागजों पर यह गड्ढे भरे जा चुके थे। 

सूत्रों ने बताया कि प्रदेश के कुछ जिलों को छोड़कर बाकी सभी जिलों में भारी गड़बड़ी मिली है। हालांकि बड़ी गड़बड़ी करने वाले 10 जिलों के कार्यपालन यंत्रियों को ही चिन्हित किया गया है। इन्होंने कागजों पर सब कुछ ओके दिखा दिया, जबकि मौके पर स्थिति खराब थी। यदि बारीकी से जांच की जाए तो 55 जिलों में से 40 जिलों के इंजीनियरों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है, लेकिन इससे पूरी व्यवस्था बिगड़ सकती है, इसलिए महज 10 जिलों को इसमें शामिल किया गया है।

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50 से ज्यादा ठेकेदार ब्लैक लिस्टेड 
10 कार्यपालन यंत्रियों को शोकाज नोटिस दिया गया है, लेकिन 50 से ज्यादा ठेकेदारों को भी ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी चल रही है। इन ठेकेदारों ने सड़क बनाने में भारी गड़बड़ी की और शासन को चूना लगा दिया। अब 50 से अधिक ठेकेदारों को ब्लैक लिस्ट करने की तैयारी चल रही है। जल्दी ही इनके खिलाफ आदेश जारी कर दिया जाएगा। इन ठेकेदारों ने अभियान के दौरान सीधे आंख में धूल झोका। इस वजह से शासन की भी फजीहत हुई। जन प्रतिनिधियों ने भी इसकी शिकायत की। इसके साथ ही साथ इन ठेकेदारों से वसूली की कार्रवाई भी की जाएगी। 

पीडब्ल्यूडी के अपर मुख्य सचिव केसी गुप्ता ने कहा- 'मप्र के 10 कार्यपालन यंत्रियों ने भारी गड़बड़ी की है। कुल 1368 गड्ढों को चिन्हित किया गया है, जिसकी रिपोर्ट बनाकर भेजी गई कि इन सड़कों का गड्ढा मुक्त किया गया है। इन सभी पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 50 से अधिक ठेकेदारों ने भी गड़बड़ी की है, इन्हें ब्लैक लिस्ट किया जाएगा। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी'।

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