Neemuch Corruption News: मध्य प्रदेश के नीमच जिले में भ्रष्टाचार के खिलाफ जंग लड़ रहे एक शख्स ने अनोखा तरीका अपनाया है। मंगलवार को उसने आवेदनों और सबूतों के दस्तावजों की लंबी माला बनाकर खुद पर लपेट लिया और अजगर की तरह घसिटते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचा। नवागत कलेक्टर सारे दस्तावेज सौंपते हुए मामले की जांच और कार्रवाई किए जाने की मांग की। कहा, भ्रष्टाचार के इस अजगर का अंत करें।
घटनाक्रम नीमच जिले की ग्राम पंचायत कांकरिया तलाई का है। पीड़ित ने मुकेश प्रजापति ने बताया कि तत्कालीन सरपंच और उसके पति पर करोड़ों के भ्रष्टाचार का आरोप है। स्थानीय प्रशासन से लेकर लोकायुक्त और मुख्यमंत्री तक शिकायत की, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई। सुनवाई न होने के चलते यह तरीका अपनाना पड़ा है।
नरेंद्र मोदी जी, ये हमारे "नए भारत" की तस्वीर है!
— Jitendra (Jitu) Patwari (@jitupatwari) September 3, 2024
आपने प्रदेश की जनता से लाड़ली बहना योजना और किसानों की उन्नति के नाम पर वोट मांगे थे लेकिन मध्यप्रदेश को इस भ्रष्ट सरकार के हवाले कर दिया हैं.
आज प्रदेश के हर क्षेत्र और विभाग में माफियाओं और भ्रष्ट अधिकारियों का बोल-बाला हैं,… pic.twitter.com/yjx7eavDSN
पटवारी बोले-माफिया और भ्रष्ट अफसरों का बोलबाला
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मामले का वीडियो पोस्ट कर X पर जांच और कार्रवाई की मांग की है। कहा, नरेंद्र मोदी जी यह हमारे नए भारत की तस्वीर है। आपने यहां की जनता से लाड़ली बहना योजना और किसानों की उन्नति के नाम पर वोट मांगे थे, लेकिन मप्र को भ्रष्ट सरकार के हवाले कर दिया। कहा, हर विभाग में माफिया और भ्रष्ट अफसरों का बोल-बाला है। इनके आतंक से जनता इस तरह रेंगने को मजबूर है।
CEO भी भूमिका पर सवाल
मुकेश ने डीएम को बताया कि कांकरिया तलाई में सवा करोड़ का भ्रष्टाचार हुआ है। सबूत पेश किए, लेकिन जांच में भी भ्रष्टाचार हो रहा। उन्होंने तत्कालीन जिपं CEO गुरुप्रसाद की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। साथ ही ED से जांच कराने की मांग की।
दोबारा दिए जांच के आदेश
मुकेश को देख SDM ममता खेड़े समेत अन्य अधिकारी पहुंचे और समझाने का प्रयास किया, लेकिन मुकेश बोले इतनी बार आने पर भी सुनवाई नहीं हुई, मुझे न्याय चाहिए। कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने पूरे मामले की दोबारा जांच के निर्देश दिए हैं।
मंदसौर में भी लेटते हुए पहुंंचा था किसान
दरअसल, मुकेश प्रजापति भ्रष्टाचार के अजगर के प्रतीक के तौर पर सरकारी तंत्र पर कटाक्ष किया है। कहा, यहां का सिस्टम ऐसा है कि अजगर की तरह सबकुछ निगल जाता है। मंदसौर में भी पिछले दिनों एक पीड़ित किसान सुनवाई न होने पर जनसुनवाई में लेटते हुए हुआ पहुंचा था। मामला सीएम तक पहुंचा तो कलेक्टर हटाए गए थे।