Indore builders Notice: कॉलोनी में तय समय पर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध न कराने और मकान के पजेशन में देरी बिल्डर को भारी पड़ सकती है। इंदौर जिला प्रशासन ने ऐसे 250 बिल्डर को नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब न मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।
जिला प्रशासन की इस कार्रवाई से इंदौर में बिल्डर लॉबी में हड़कंप मचा हुआ है। प्रशासन ने नोटिस देकर इन कॉलोनाजर्स से पूछा है कि विकास मंजूरी के लिए तय समय सीमा तीन साल हो गए, लेकिन अब तक विकास कार्य पूरे क्यों नहीं कराए गए? प्रशासन ने स्पष्टीकरण मांगा है।
भूखंड बेचकर डेवलप कराने का प्रावधान
कॉलोनी सेल के प्रभारी व अपर कलेक्टर आईएएस गौरव बैनल ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में कॉलोनी विकास के लिए जो मंजूरी कलेक्टोरेट से जारी हुई है, इसमें तीन साल के भीतर विकास काम पूरा करना होता है। ऐसा न करने पर बंधक रखे गए भूखंड बेचकर अन्य एजेंसी से विकास काम पूरा कराने का प्रावधान है। तय समयसीमा में विकास न हो पाने का कारण पूछा गया है।
लगातार शिकायतें मिल रही थीं शिकायतें
आईएएस गौरव बैनल ने कहा, प्रशासन का उद्देश्य है कि तय समय पर कॉलोनी का डेवलपमेंट पूरा हो। ताकि, जिंदगी भर की पूंजी लगाकर मकान खरीदने वाले लोग खुद को ठगे महसूस न करें। कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा, प्रशासन को लगातार शिकायतें मिल रही हैं। कॉलोनी काटी, लेकिन जरूरी सुविधाएं डेवलप नहीं की गईं। जिंदगी भर की पूंजी लगाने के बाद लोग परेशान होते रहते हैं। नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है। ताकि, स्पष्ट हो सके कि विकास कार्य कब तक पूरा होगा?