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Swami Avdheshanand: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर प्रभुप्रेमी संघ चैरिटेबल ट्रस्ट का स्थापना दिवस मनाया जाएगा। इसमें सुंदरकांड, भजन संध्या, महाआरती और भंडारा होगा। 

Swami Avdheshanand: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में शुक्रवार 15 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा पर पटोत्सव (एक शाम सद्गुरु के नाम) कार्यक्रम होगा। जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि के शिष्यों द्वारा यह कार्यक्रम किया जा रहा है। इसमें सुंदरकांड, भजन संध्या महा आरती और भंडारा होगा। 

Prabhupremi Sangh Bhopal Foundation Day
 

भोपाल के श्यामला हिल्स पॉलिटेक्निक चौराहा स्थित मानस भवन में यह कार्यक्रम शुक्रवार शाम 3 बजे शुरू होगा और शाम साढ़े 7 बजे तक चलेगा। प्रभुप्रेमी संघ चैरिटेबल ट्रस्ट भोपाल शाखा के स्थापना दिवस पर आयोजित इस कार्यक्रम में शाम 3 बजे से सुंदर कांड का पाठ और कीर्तन भजन शुरू होंगे। शाम 7.30 बजे महाआरती और 8 बजे भंडारा होगा।

तीर्थ स्थलों को अशुद्ध करने वालों के प्रवेश पर लगेगी पाबंदी
महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरी गुरुवार देर शाम संभल पहुंचे। निजी कार्यक्रम में शामिल होने के दौरान अवधेशानंद ने गैर सनातनियों पर निशाना साधा। स्वामी ने कहा कि अगर कोई हमारे तीर्थ की पवित्रता को अशुद्ध करेगा या फिर अव्यवस्था फैलाने की कोशिश करेगा तो ऐसे लोगों के प्रवेश को पूरी तरह से निषेध किया जाएगा।  ऐसे निर्णय इसलिए लिए जाते हैं कि तीर्थ की स्वच्छता बनाई रखी जा सके। महामंडलेश्वर ने आगे कहा कि तीर्थ सभी के लिए हैं। यदि कोई वहां अराजकता फैलाना चाहे तो ऐसे लोगों के प्रवेश पर पाबंदी लगना स्वाभाविक है। 

कौन हैं स्वामी अवधेशानंद गिरि?
स्वामी अवधेशानंद गिरि जूना अखाड़ा के आचार्य महामंडलेश्वर हैं। जूना अखाड़ा नागा साधुओं का बहुत पुराना और बड़ा समूह है। स्वामी अवधेशानंद गिरि ने करीब 10 लाख नागा साधुओं को दीक्षा दी है। वह उनके पहले गुरु भी हैं। स्वामी अवधेशानंद एक हिंदू आध्यात्मिक गुरु, संत, लेखक और दार्शनिक हैं। हिंदू धर्म आचार्य सभा के अध्यक्ष और वर्ल्ड काउंसिल ऑफ रिलीजियस लीडर्स के बोर्ड मेंबर हैं। उनका आश्रम कनखल, हरिद्वार में है। 

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