Logo
इसके साथ ही पटवारी प्रसन्न सिंह की मौत को लेकर उनके परिवार वाले ने भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे हादसे के जिम्मेदार लापरवाही सरकार और उनकी टीम मेंबर है। मृतक की बेटी ने कहा कि गर पुलिस होती तो यह घटना ना होती क्योंकि पुलिस साथ में नहीं थी। इस पूरे हादसे में लापरवाही सरकार और उनकी टीम मेंबर की है.

भोपाल ; मध्यप्रदेश में जुर्म चरम पर है। शहडोल में रेत माफिया द्वारा पटवारी की बेरहमी से हत्या के मामले पर प्रदेश में सियासत शुरू हो गई है। पटवारी हत्या मामले को लेकर जहां कांग्रेस बीजेपी पर तरह तरह के सवाल खड़े कर रही है। तो वही दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री उमा भर्ती ने भी प्रतिक्रिया देते अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किये है। उमा भर्ती ने हाल ही में अपने सोशल हैंडल पर ट्वीट करते हुए प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े किये है। साथ ही रेत माफियाओं के खिलाफ सख्त से कार्रवाई की मांग की है।

अपराधियों पर कठोरतम कार्रवाई की मांग - उमा

इसके साथ ही उमा ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स(X) पर पोस्ट करते हुए लिखा कि शहडोल के ब्योहारी में खनन माफिया द्वारा अवैध खनन रोकने के कारण एक सरकारी कर्मचारी की हत्या, मध्य प्रदेश की सारी व्यवस्था समाज, शासन, प्रशासन सबके लिए कलंक एवं शर्मनाक है, अपराधियों पर कठोरतम कार्रवाई हो।

परिजनों ने प्रशासन और सरकार पर लगाए गंभीर आरोप

इसके साथ ही पटवारी प्रसन्न सिंह की मौत को लेकर उनके परिवार वाले ने भी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इस पूरे हादसे के जिम्मेदार लापरवाही सरकार और उनकी टीम मेंबर है। मृतक की बेटी ने कहा कि गर पुलिस होती तो यह घटना ना होती क्योंकि पुलिस साथ में नहीं थी। इस पूरे हादसे में लापरवाही सरकार और उनकी टीम मेंबर की है. खनन बंद करने के लिए पुलिस को भेजना चाहिए था पटवारी का काम और पुलिस के काम में अंतर है यह काम पुलिस का है। बेटी ने कहा कि इसमें ऐसी कार्यवाही हो कि दोबारा ऐसी घटना ना हो किसी के साथ जिस तरह आज मेरे पापा के साथ हुआ। मैं नहीं चाहती कि अब दोबारा ऐसे ही किसी के लाइफ बर्बाद हो जाए जिस तरह आज हमारी जिंदगी बर्बाद हुई है।

पटवारी ने कहा था कि -आ जाऊंगा घर

इसके साथ ही पटवारी की बेटी ने आगे कहा कि कई सालों से मेरा पापा की नाइट में ड्यूटी लगाई जाती थी। जब हर विभाग के कर्मचारी अलग है, तो पटवारी की क्यों लगाई जाती थी ड्यूटी. पुलिस फोर्स की क्यों नहीं लगाई गई ड्यूटी। अगर पुलिस होती तो यह घटना ना होती। कल देर रात लगभग 11:00 बजे पटवारी प्रसन्न अपने बीवी और बच्चों से बातचीत की थी और कहा था आ जाऊंगा घर लेकिन रात में ही अचानक उनकी ड्यूटी लगा दी गई।

जानें पूरी घटना

मध्य प्रदेश में रेत माफिया बेखौफ हैं. बीती रात शहडोल में रेत के अवैध कारोबार के विरुद्ध कार्रवाई करने पहुंचे पटवारी को रेत माफिया ने ट्रैक्टर से कुचल दिया, जिससे पटवारी की मौके पर ही मौत हो गई. रात भर पटवारी का शव घटना स्थल पर पड़ा रहा. सुबह शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. बता दें शनिवार-रविवार की दरमियानी रात करीब 12 बजे ब्योहारी तहसील के खड्डा में पदस्थ पटवारी प्रसन्न सिंह अपने तीन साथियों के साथ सोन नदी में हो रहे अवैध खनन को रोकने गया था। टीम की तरफ से घाट पर रेत के परिवहन में लगे ट्रैक्टर को रोकने की कोशिश की. इस दौरान ट्रैक्टर चालक ने वाहन को रोकने की बजाए उल्टा पटवारी प्रसन्न सिंह पर ट्रैक्टर चढ़ा दिया, जिससे मौके पर ही पटवारी प्रसन्न सिंह की मौत हो गई. जिसके बाद मौके से ट्रैक्टर चालक फरार हो गया.

5379487