Pt. Pradeep Mishra Tapti dispute: मध्य प्रदेश के चर्चित कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा विवादों से बाहर नहीं निकल पा रहे। राधारानी पर की गई टिप्पणी के लिए शनिवार को ही उन्होंने माफी मांगी है। रविवार को ताप्ती नदी से जुड़े एक बयान में उनका विरोध शुरू हो गया। मुलताई स्थित ताप्ती मंदिर के पुजारी सौरभ जोशी ने क्षमा याचना करने की मांग की है। भक्तों से विरोध प्रदर्शन की भी अपील की है।
ताप्ती मंदिर के पुजारी सौरभ जोशी ने रविवार को वीडियो जारी कर कहा, पं प्रदीप मिश्रा ने कथा में बताया है कि ताप्ती महारानी भगवान कृष्ण पर मोहित हो गई थीं। जिस कारण यमुना ने उन्हें श्राप दिया था। जबकि, इस बात का शास्त्रों में कोई उल्लेख नहीं है।
पं. प्रदीप मिश्रा ने कथा के दौरान कही थी यह बात
दरअसल, पं. प्रदीप मिश्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। जिसमें वह बताते हैं कि 'माता यमुना और ताप्ती दोनों बहनें हैं, लेकिन आपस में उनकी कभी नहीं बनी। घाट पर भगवान जब रास करते थे, उस समय यमुना जी उनके विग्रह पर आए पसीने को पोंछने के लिए जाती थीं, लेकिन एक बार यमुना का रूप धारण कर ताप्ती चली गईं। ताप्ती ने श्री विग्रह के पसीने को पोंछ दिया। लेकिन जैसे ही यमुना जी ने वहां ताप्ती को देखा। उन्हें गुस्सा आ गया। पूछने पर ताप्ती ने बताया कि मैं कृष्ण को अपना बनाना चाहती हूं। इस पर यमुना ने क्रोध में आकर श्राप दे दिया कि किसी भी नदी में अस्थियां विसर्जित होंगी तो उनको गलने में 44 दिन लगेंगे लेकिन तेरे जल में वह तुरंत गल जाएंगी। यही कारण है कि ताप्ती नदी में आज भी अस्थियां विसर्जित की जाती हैं। जो डेढ़ घंटे में बह जाती है।
ताप्ती मंदिर के पुजारी सौरभ जोशी बोले-
- पं प्रदीप मिश्रा का यह वीडियो दिसंबर 2022 का बताया जा रहा है। तब वह शिवपुराण कथा के लिए बैतूल आए थे। ताप्ती मंदिर के पुजारी सौरभ जोशी ने गलत जानकारी से लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया है। कहा, मां ताप्ती इस प्रकार कभी भी कृष्ण पर मोहित नहीं रहीं। ताप्ती के जल में अस्थियां उनकी महिमा की वजह से जल्द घुलती हैं।
- सौरभ जोशी ने पंडित प्रदीप मिश्रा से मुलताई आकर ताप्ती में जल आचमन कर क्षमा याचना करने की मांग की है। उन्होंने ताप्ती के अपमान की बात कहते हुए भक्तों से विरोध-प्रदर्शन करने की अपील की है।
बरसान पहुंचकर माफी मांगी
पंडित प्रदीप मिश्रा ने 29 जून शनिवार को बरसाना पहुंचकर राधारानी पर दिए बयान के लिए माफी मांगी है। 28 जून की रात वह अचानक दिल्ली रवाना हुए। और 29 की सुबह दिल्ली पहुंचे। वहां ब्रजधाम के कुछ संतों से चर्चा हुई। इसके बाद सुबह 11 बजे वह बरसाना में राधा रानी मंदिर पहुंचे और दंडवत होकर माफी मांगी।