Rangpanchami Special: इंदौर में शनिवार को रंगपंचमी का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दौरान एक फागयात्रा निकाली जाएगी। जिसमें शामिल होने के लिए बड़ी तादाद में लोग राजबाड़ा पहुंच रहे हैं। इस साल गेर के लिए खास तैयारी की जा रही है क्योंकि 2025 में यूनेस्को की टीम आएगी। इस गेर में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव पहुंचे हैं।
मध्यप्रदेश की ऊर्जा राजधानी कहे जाने वाले शहर इंदौर में रंगपंचमी के कार्यक्रम की धूम है। आज गेर का कार्यक्रम बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा। रंगो से बचाने के लिए राजवाड़ा परिसर के आसपास के इलाकों को ढंक दिया गया है, ताकि किसी प्रकार का रंग से नुकसान न हो।
#LIVE : इंदौर में रंगपंचमी के अवसर पर आयोजित 'गेर' में सहभागिता https://t.co/0A18gXSlW4
— Dr Mohan Yadav (Modi Ka Parivar) (@DrMohanYadav51) March 30, 2024
लाखों की तादात में पहुंच रहे लोग
इंदौर के राजवाड़ा में गेर की परंपरा लगभग 75 वर्ष पहले शुरू हुई थी। गेर में शहर के अलग-अलग इलाकों में रंग-गुलाल उड़ाया जा रहा है। जो दोपहर 3 बजे तक चलेगा। इस खास प्रोग्राम में शामिल होने के लिए लाखों की तादात में लोग पहुंचते हैं।
आज इंदौर में "गेर" में शामिल हो रहा हूँ।
— Dr Mohan Yadav (Modi Ka Parivar) (@DrMohanYadav51) March 30, 2024
मेरी ओर से प्रदेशवासियों को रंगपंचमी की हार्दिक बधाई!#DrMohanYadav#CMMadhyaPradesh pic.twitter.com/QKoaGRN1TI
75 वर्षों से जारी है परंपरा
यह परंपरा 75 वर्षों से जारी है। इस साल निकलने वाली गेर की व्यवस्था में प्रशासन और पुलिस ने कई बदलाव भी किए हैं। जिससे लोगों को किसी भी प्रकार की कोई समस्या न हो। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए लाखों की तादात में लोग रंग खेलने पहुंचते हैं।
सीएम पहुंचे राजवाड़ा
सीएम मोहन यादव इंदौर के राजवाड़ा पहुंचकर गेर में शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें बहुत खुशी हो रही है कि 75 बर्ष पुरानी परंपरा आज भी चल रही है। लोगों में उत्साह है। गेर सबको अपना बनाने का कार्य करती है।
यूनेस्को के लिए भी तैयारी
अगले साल 2025 में यूनेस्को की टीम आ रही है। जिसके लिए इस बार गेर की खास तैयारी है। माना जा रहा है कि अगले साल इंदौर की गेर यूनेस्को की इंटैंजिबल कल्चरल हेरिटेज की सूची में शामिल हो जाएगी। जिसके कारण देश ही नहीं पूरे विश्व में जानी जाएगी।