(कपिल देव श्रीवास्तव ),भोपाल। राजधानी में शनिवार को 1300 से ज्यादा स्थानों पर झांकियां व 60 हजार से अधिक घरों में गणेश प्रतिमाओं की स्थापना के साथ 10 दिवसीय गणेश उत्सव का शुभारंभ हुआ। गणपति बप्पा मोरिया आदि जयकारों के बीच शुभ मुहूर्त में पूजा-अर्चना व आरती कर लोगों ने भगवान गणेश को मोदक व बूंदी के लड्डुओं का भोग लगाकर सुख-समृद्धि व जन कल्याण के लिए प्रार्थना की। तो वहीं इस साल अधिकांश घरों व झांकी पंडालों में लोगों ने ईको फ्रेंडली गणेश की स्थापना कर पर्यावरण के प्रति अपने प्रेम का इजहार भी किया। गणेश मंदिरों में भी भक्तों का तांता लगा रहा।
पुराना शहर के पीपल चौक में सजाई गई झांकी में राजधानी में सुबह से ही उत्सवी माहौल नजर आया, गली-गली ढोल नगाड़ों के साथ गणपति बप्पा मोरिया, मंगलमूर्ति मोरिया के जयघोष गूंज रहे थे। घरों में शुभ मुहूर्त में विधि-विधान के साथ विघ्नहर्ता भगवान गणेश की स्थापना हुई, वहीं शहर में तकरीबन 1300 से अधिक स्थानों पर आकर्षक झांकियां सजाकर गौरी नंदन की स्थापना की गई। गणेश उत्सव के चलते पूरे शहर में आकर्षक विद्युत साज-सजा की गई है। जगह-जगह झिलमिल झांकियां सजाकर गणेशजी की स्थापना की गई है।
सुबह से ही शहर में गणेशजी की स्थापना की तैयारियां शुरू हो गई थीं। झांकी स्थलों पर रौनक थी, वहीं घरों में भी लोग स्थापना की तैयारियों में जुटे हुए थे। शुभ मुहूर्त में विधिवत मंत्रोच्चार के साथ भगवान गणेश की स्थापना की गई, इसके बाद गुड़ के मोदक, लड्डुओं का भोग लगाकर आरती की गई। गणेश स्थापना का सिलसिला देर रात तक चलता रहा।
कोई चार पहिया में तो कोई दो पहिया से लेने पहुंचा प्रतिमा
सुबह से ही मूर्तिकारों के पंडालों और शहर में जगह-जगह लगे काउंटरों पर लोगों की भीड़ थी। पंडालों के बाहर ढोल नगाड़ों के साथ गणपति बप्पा मोरिया की स्वरलहरियां गूंज रही थीं। गणेश की प्रतिमाओं को उत्सव समितियों के सदस्य गाजे बाजे के साथ लेकर पहुंच रहे थे। ट्रैक्टर-ट्रालियों में एक ओर सार्वजनिक स्थानों की बड़ी प्रतिमाएं थी, तो दूसरी ओर स्कूटर, बाइक, कार में श्रद्धालु छोटी प्रतिमाएं लेकर घर पहुंच रहे थे। शहर में यह नजारा जगह-जगह दिखाई दिया। अनेक स्थानों पर मूर्तिकारों ने गणेश प्रतिमाओं के लिए स्टॉल लगा रखे थे। कोलार रोड, दस नंबर, न्यू मार्केट, माता मंदिर, एमपी नगर, जवाहर चौक, बस स्टैंड, इतवारा, बुधवारा सहित शहर में अनेक स्थानों पर गणेश प्रतिमाएं लेने के लिए लोगों की भारी भीड़ लगी रही। शहर में कई स्थानों पर आकर्षक झांकियां सजाई गई हैं। न्यू मार्केट, मंगलवारा, बुधवारा, घोड़ा नक्कास, धर्मकांटा, छोला रोड, बस स्टैंड, शिवाजी नगर, 10 नंबर, भेल में झांकियां सजाई गई हैं।
भक्तिमय हुआ माहौल
पीपल चौक में भोपाल के राजा की स्थापना शुभ मुहूर्त में की गई। यहां विधि-विधान से वेद पंडितों की उपस्थिति में भगवान गणेश की स्थापना हुई। यह भोपाल के प्रथम गणेश है, इसलिए इन्हें भोपाल का राजा कहा जाता है।
न्यू मार्केट में लालबाग के राजा के रूप में विराजे भगवान
न्यू मार्केट व्यापारी संघ की ओर से लालबाग के राजा झांकी लगाई गई। यह झांकी भोपाल की सबसे चर्चित झांकी में गिनी जाती है। यहां भी पर्यावरण संरक्षण का संदेश देते हुए झांकी सजाई जा रही है।
करोंद के मुरली नगर में जगदबार सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति की ओर से दगड़ू सेठ गणेश की तर्ज पर मुरली नगर के राजा की स्थापना की गई। यह प्रतिमा 11 फीट की है। मुंबई के कलाकारों द्वारा इसे तैयार की गई। प्रतिमा को 51 हजार मोतियों के नग से सजाया गया है।
इतवारा में भोले नाथ के रूप में भगवान गणेश की प्रतिमा को तैयार किया गया है। यहां पंडाल को महाराष्ट्रीयन दर्ज पर सजाया गया है।
गणेश उत्सव पर खास
- 3 हजार से अधिक स्टॉलों पर गणेश प्रतिमा लेने पहुंचे भक्त
- 60 हजार से अधिक घरों में की गई भगवान की स्थापना
- 1300 से अधिक सार्वजनिक स्थलों पर पंडाल, झांकियां
यहां इन रूप में विराजे गजानन
- कोलार में लालबाग के राजा
- पीपल चौक में भोपाल के राजा
- न्यू मार्केट में लालबाग के राजा
- करोंद में करोंद के राजा
- मुरली नगर के राजा दगड़ु सेठ गणेश