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MP Crime News : मुरैना में सिविल लाइन थाना प्रभारी रामबाबू यादव माइनिंग विभाग की टीम के साथ अवैध पत्थर का खनन करने वाले माफिया के ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर कार्रवाई करने गए थे। तभी माफिया ने पुलिस टीम को देख ट्रैक्टर ट्रॉली दौड़ाना शुरू कर दिया। थाना प्रभारी भी माफिया के पीछे भागने लगे।

MP Crime News : मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में खनन कारोबारियों के हौसले बुलंद हैं। गुरुवार को कार्रवाई करने गए टीआई को ट्रैक्टर से कुचलने की कोशिश कर पत्थर लोड वाहन छुड़ा ले गए। सिविल लाइन थाना प्रभारी रामबाबू यादव माइनिंग विभाग की टीम के साथ अवैध पत्थर का खनन करने वाले माफिया के ट्रैक्टर ट्रॉलियों पर कार्रवाई करने गए थे। तभी माफिया ने ट्रैक्टर ट्रॉली की स्पीड़ बढ़ा दी, थाना प्रभारी ने किसी तरह भागकर जान बचाई। 

माफिया ट्रैक्टर चालक नाराज हो गया
इस दौरान 2 ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर तो माफिया फरार हो गए, लेकिन एक ट्रैक्टर की स्पीड कम हुई। जैसे ही पकड़ने की नीयत से थाना प्रभारी ट्रैक्टर पर चढ़े, तभी माफिया ट्रैक्टर चालक नाराज हो गया और उसने ट्रैक्टर की रफ्तार और बढ़ा दी। फिर कुछ ही दूर ले जा कर ट्रैक्टर को सामने खड़े पेड़ में टक्कर मार दी। इसके बाद थाना प्रभारी रामबाबू यादव नीचे जमीन पर जा गिरे, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया।

थाना प्रभारी को ग्वालियर रेफर कर दिया
घटना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल थाना प्रभारी को उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद थाना प्रभारी को ग्वालियर रेफर कर दिया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी ट्रैक्टर चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। घटना के बाद ड्राइवर मौके से भाग गया और पुलिस उसकी तलाश में जुट गई है।

पहले भी हत्याएं कर चुका माफिया
मुरैना जिले में माफिया के द्वारा पुलिस पर हमला करने का यह कोई पहला मामला नहीं है। इससे पहले 2012 में माफिया ने बनामोर आईपीएस नरेंद्र कुमार की रौद कर हत्या की थी। उसके बाद 2018 में भी बड़ोखर गांव के ग्वालियर निवासी परिवार को जीप को रेत माफिया ने टक्कर मारी थी, जिसमें 9 लोगों की मौत हुई थी। इतना ही नहीं अभी हाल हो में बीती 19 मई को रेत माफिया वे पिता और बेटे की बाइक को सिकरोदा नहर के पास टक्कर
मार दी थी।

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