MP News: उज्जैन में गुरुवार सुबह से ही धार्मिकस्थलों और मकानों के अतिक्रमण को हटाने के लिए प्रशासन की टीम पहुंची है। इस दौरान विरोध प्रदर्शन भी देखने को मिला। जिसके कारण कार्रवाई रोक दी गई थी। हालांकि बाद में लोगों ने खुद ही अतिक्रमण हटाने पर सहमति जताते हुए मकानों को गिराने में जुट गए।
दरअसल, उज्जैन के केडी गेट से इमली चौराहा तक सड़क का चौड़ीकरण किया जा रहा है। जिसमें कई धार्मिकस्थल और मकान अतिक्रमण के दायरे में आ रहे हैं। जिसे हटाने के लिये प्रशासन की टीम पहुंची तो हिंदू और मुस्लिम दोनों समाज के लोग नाजाज हो गए और इस कार्रवाई पर असहमति जताई। लेकिन नगर निगम अधिकारियों की लगातार समझाइश के बाद दोनों पक्ष मान गए।
2023 में शुरू हुआ चौड़ीकरण का काम
इस सड़क के चौड़ीकरण का काम जून 2023 में शुरू हुआ था। जिसमें 13 मंदिर, 1 मजार, 2 मस्जिद, 2 जैन मंदिर जद में आ रहे थे। इसके अलावा कई मकानों की गैलरी और आगे के हिस्से भी तोड़े जाने हैं। सड़क चौड़ीकरण के साथ ही इस रास्ते पर पोल लाइन खींचते हुए सेंट्रल लाइट लगाई जाएगी। जिसके कारण अत्यधिक जमीन की आवश्यक्ता पड़ रही है।
सुबह 5 बजे से चल रही कार्रवाई
चौड़ीकरण के प्रभावित हिस्सों को हटाने के लिए नगर निगम की टीम सुबह 5 बजे पुलिस बल के साथ पहुंची है। लोकसभा चुनाव की अधिसूचना जारी होने से पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मार्ग से अतिक्रमण हटाने के आदेश दिए थे। इस कार्रवाई के लिए नगर निगम कमिश्नर आशीष पाठक, एडीएम अनुकूल जैन, एडिशनल एसपी जयंत राठौर सहित तीन सीएसपी और चार थानों की पुलिस टीम मौके पर पहुंची है।
बिजली से परेशान हो रहे रहवासी
अतिक्रमण तोड़ने की कार्रवाई के कारण सुबह 5 बजे से बिजली नहीं है। जिसके कारण लोगों को भीषण गर्मी में बहुत परेशानी हो रही है। वहीं दुकानदारों ने बताया कि सुबह से ही फ्रिज भी बंद हो गया है। जिसके कारण काफी नुकसान हो रहा है।
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