Vedic Clock in Ujjain: मध्य प्रदेश के उज्जैन में दुनियां की पहली वैदिक घड़ी स्टाल की गई है। जिससे काल गणना औस समय देखने के तौर तरीके काफी कुछ बदल जाएगा। यह घड़ी में 24 घंटे नहीं, बल्कि 30 घंटे का समय बताएगी। साथ ही यह गृह-नक्षत्र के साथ मौसम की जाकारी भी देगी। प्रधानमंत्री मोदी वर्चुअल लोकार्पण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी इस दौरान विक्रमादित्य वैदिक घड़ी के साथ 1819.549 करोड़ के विकास कार्यों की सौगात भी देंगे।
काल गणना का केंद्र रहा है उज्जैन
विक्रम शोध पीठ के निदेशक श्रीराम तिवारी ने बताया कि वैदिक घड़ी दुनिया की पहली ऐसी घड़ी है, जिसमें भारतीय काल की गणना को दर्शाया जाएगा। उज्जैन को काल गणना (टाइम कैलकुलेशन) का केंद्र रहा है। यहां से कर्क रेखा गुजरी है। यही कारण वैदिक घड़ी के लिए उज्जैन को उपयुक्त माना गया। जीवाजी वेधशाला के पास बनाए गए 85 फीट ऊंचे टावर पर वैदिक घड़ी स्टॉल की गई है।
विक्रमादित्य वैदिक घड़ी की खासियत
- वैदिक घड़ी में वैदिक समय, IST, GMT के साथ भारतीय काल गणना विक्रम संवत् की जानकारी के साथ विक्रम संवत् पंचांग शामिल रहेगा। सूर्योदय से सूर्यास्त के साथ ग्रह, योग, नक्षत्र, चौघड़िया, भद्रा, सूर्यग्रहण, चंद्र स्थिति, चंद्रग्रहण की जानकारी मिलेगी।
- वैदिक घड़ी में ब्रह्म मुहूर्त, अभिजीत मुहूर्त, अमृत काल के साथ मौसम से जुड़ी जानकारियां भी देगी। हर घंटे इसके बैकग्राउंड की तस्वीर बदल जाएगी। साथ ही 12 ज्योतिर्लिंग मंदिर, नवग्रह, राशि चक्र के साथ अन्य धार्मिक स्थल भी नजर आएंगे।
- वैदिक घड़ी में सूर्यास्त और सूर्य ग्रहण के देश-दुनिया के खूबसूरत नजारे भी देखने को मिलेंगे। घड़ी इंटरनेट और ग्लोबल पॉजिशिनिंग सिस्टम (GPS) से लिंक है।
- वैदिक घड़ी से संबंधित मोबाइल ऐप भी लांच किया जाना है। ताकि, घड़ी में होने वाले बदलाव एप के जरिए हर मोबाइल पर दिख जाएं। मैन्युअल तरीके से भी इसे ऑपरेट किया जा सकेगा। ऐप गुगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकेंगे।