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Water Crisis: एमपी में भीषण गर्मी पड़ रही है। दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में जल संकट गहराता जा रहा है। पीएचई मंत्री सम्पतिया उइके के गृह जिले मंडला में लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। पीने का पर्याप्त पानी नहीं मिलने से लोग परेशान लोगों ने बुधवार को मंत्री सम्पतिया उइके से गुहार लगाई।

Water Crisis: भीषण गर्मी के बीच एमपी के दूर दराज के ग्रामीण इलाकों में जल संकट गहराता जा रहा है। ताजा मामला पीएचई मंत्री सम्पतिया उइके के गृह जिले मंडला के मलवात्थर गांव का है। गांव के लोग पानी की किल्लत से जूझ रहे हैं। पीने का पर्याप्त पानी नहीं मिलने से लोग परेशान हैं। कई बार शिकायत करने के बाद भी अधिकारियों ने समस्या का समाधान नहीं किया तो ग्रामीणों ने पीएचई मंत्री सम्पतिया उइके से गुहार लगाई। बुधवार को लोगों ने मंत्री को आवेदन दिया। मंत्री उइके ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जल्द निराकरण का आश्वासन दिया है। (मंडला से लखन भंडार की रिपोर्ट)

गर्मी आते ही पानी का संकट 
बता दें कि केंद्र सरकार ने देशभर में नल-जल योजना शुरू की है। स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन की उदासीनता के चलते कई ग्रामीण क्षेत्रों में योजना का लाभ लोगों को नहीं मिल पा रहा है। मंडला के मलवात्थर गांव के लोग भी नल-जल योजना की सुविधा से वंचित हैं। गर्मी के मौसम में जलस्तर घटने से हर साल लोगों को पानी समस्या से जूझना पड़ता है। 

मंत्री सम्पतिया उइके का बयान
पीएचई मंत्री सम्पतिया उइके ने इस घटना पर ग्रामीणों की बात सुनते हुए बताया कि क्षेत्र की एक पंचायत में करीब 8 कुंए हैं, जोकि सूख गए हैं। क्षेत्र में नल जल योजना के अंर्तगत शुरू की जाने वाली व्यवस्थाओं का काम अभी चल रहा है। ग्रामीणों को हो रही पानी की समस्या का मामला सामने आने के बाद इस दिशा में काम किया जा रहा है। मंत्री ने कहा कि इस मामले में संबंधित कार्यालय को फोन के माध्यम से सूचना भी दी गई है, वह लोग जल्द ही यहां आकर अपने काम को देखेंगे। 

महिला जसवंती बाई पन्द्रों ने बताया
पानी की समस्या से जूझ रहे स्थानीय ग्रामीणों ने यहां की स्थिति से अवगत कराते हुए जानकारी साझा की। ग्रामीण महिला जसवंती बाई पन्द्रों ने बताया कि नदी, कुंआ, हैंडपंप सूख गए हैं। महिला ने नल जल कनेक्शन की बात करते हुए बताया कि यहां पर ड़ाली गई पाइपलाइन निकल गई है। इस दौरान महिला ने गांव के सरपंच पर भी आरोप लगाया है। उसने बताया कि सरपंच ने कहा, लाड़ली बहना योजना का जो पैसा खाते में आता है। यहां कि महिलाएं वह पैसा उन्हें दें तो वह इन सब व्यवस्थाओं को ठीक करा देंगे। मई के महीने से पानी की किल्लत क्षेत्र में हुई है। ग्रामीण दूर दराज के इलाकों से पानी बड़ी मुश्किल से ला पा रहे हैं।

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