Gotegaon Community Health Center: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में स्वास्थ्य सेवाएं बेपटरी हैं। खासकर, ग्रामीण इलाकों में आए दिन उपचार के दौरान मौत के मामले सामने आ रहे हैं। गोटेगांव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में एक माह पहले अपनी पत्नी और नवाजात बच्ची को खाेने वाले युवक ने कलेक्टर को पत्र लिखकर आत्महत्या की चेतावनी दी है। बताया कि, समय पर डिलेवरी न होने से उनके पत्नी और बच्ची की मौत हुई थी, लापरवाही की सीएमएचओ और कलेक्टर से शिकायत की, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
बच्ची व पत्नी की मौत, पति ने दिया 15 दिन का अल्टीमेटम, कहा 2 वर्षीय बच्ची के साथ कर लूंगा आत्महत्या... पढ़ें नरसिंहपुर की खबर https://t.co/QJ8XFSLhdn pic.twitter.com/x32JEN1mHO
— sonelal.kushwaha (@KushwahaK45286) May 28, 2024
बीएमओ व सीएमएचओ से शिकायत
राजेंद्र मेहरा ने पत्नी और नवजात शिशु की मौत के बाद चिकित्सक व स्टाफ नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बीएमओ व सीएमएचओ से शिकायत की थी, लेकिन किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं हुई। मेहरा का मानना है कि समय रहते यदि डिलेवरी करा दी जाती तो उनकी पत्नी और बेटा जिंदा होता।
एक माह बाद भी कार्रवाई नहीं
राजेंद्र मेहरा ने कलेक्टर को भेजे ज्ञापन में बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र गोटेगांव में चिकित्सकों व कर्मचारी मनमानी पर उतारू हैं। उनकी लापरवाही के चलते ही पत्नि व बच्चे की असमय मुत्यु हुई है, लेकिन 1 माह बाद भी सीएमएचओ ने कोई कार्रवाई नहीं की है। जबकि, मैंने 7 मई को भी ज्ञापन देकर घटना से अवगत कराया था।
इनपुट: गणेश प्रजापति, नरसिंपुर