Congress rejected ally Uddhav Thackeray demand: अगले साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना को बड़ा झटका लगा है। सूत्रों ने बताया कि कांग्रेस ने उद्धव ठाकरे की महाराष्ट्र में 23 सीटों की मांग को खारिज कर दिया है। लोकसभा चुनाव के लिए महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के सहयोगियों शिव सेना (यूबीटी), कांग्रेस और राकांपा के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए नेताओं की मुलाकात के बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
दरअसल, उद्धव ठाकरे गुट की शिवसेना ने कांग्रेस के सामने 23 सीटों की मांग रखी थी। हालांकि उद्धव ठाकरे गुट को एक चुनौती का सामना करना पड़ रहा है। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद पार्टी दो गुटों में बंट गई। पिछले बार लोकसभा चुनाव में कई नेता जीते थे। लेकिन ज्यादातर लोग एकनाथ शिंदे के साथ हैं। ऐसे में उद्धव ठाकरे गुट के पास उम्मीदवारों की कमी है।
सूत्रों के अनुसार बैठक में कांग्रेस प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया कि शिवसेना और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) में विभाजन के बाद कांग्रेस के पास ही ज्यादा वोट पाने की क्षमता है। पूर्व मुख्यमंत्री और महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि हर पार्टी ज्यादा सीटें चाहती है। लेकिन शिवसेना की मांग कुछ ज्यादा ही है।
संजय निरुपम बोले- क्या करेगी इतनी सीटों का शिवसेना?
कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने कहा कि सीटों के बंटवारे को लेकर विवाद से बचना चाहिए। शिवसेना ने 23 सीटें मांगी हैं, लेकिन वे इनका करेंगे क्या? शिवसेना के नेता एकनाथ शिंदे की पार्टी में चले गए। इससे उद्धव ठाकरे की पार्टी के पास उम्मीदवारों की कमी है। यह एक बड़ी समस्या है।
एकनाथ शिंदे ने कर दी थी बगावत
जून 2022 में एकनाथ शिंदे ने शिवसेना से बगावत कर दी थी। उनके साथ 16 विधायक भी बागी हो गए थे। इसके बाद महाविकास अघाड़ी की सरकार गिर गई। उस वक्त उद्धव ठाकरे सरकार में थे। बाद में भाजपा ने एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया और देवेंद्र फडणवीस उप मुख्यमंत्री बने।