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महाराष्ट्र विधानसभा में कुल 288 सीटें हैं, जिसमें 234 सीटें सामान्य श्रेणी, 25 सीटें अनुसूचित जनजाति (ST) और 29 सीटें अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित हैं। महाराष्ट्र चुनाव में पहली बार आधा दर्जन पार्टियों के बीच सीधा मुकाबला होगा।

Maharashtra Assembly Elections 2024: चुनाव आयोग ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को महाराष्ट्र- झारखंड समेत विधानसभा चुनावों के साथ ही देश की 46 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों पर उप चुनाव का ऐलान कर दिया है। महाराष्ट्र की सभी 288 सीटों पर एक चरण में 20 नवंबर को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। इस बार महाराष्ट्र में मुख्य चुनावी मुकाबला आधा दर्जन पार्टियों के बीच होने वाला है। महाराष्ट्र में चुनावी बिगुज बज चुका है ऐसे में हम आपको राज्य में राजनीतिक दलों की स्थिति और सियासी समीकरण के बार में बता रहे हैं। 

महाराष्ट्र विधानसभा में 288 सीटें
महाराष्ट्र विधानसभा, राज्य की द्विसदनीय विधायिका का निचला सदन है। यहां विधानसभा की कुल 288 सीटें हैं। महाराष्ट्र की राजनीति में वर्तमान में दो प्रमुख गठबंधनों का वर्चस्व है। इनमें पहला महाविकास अघाड़ी (एमवीए) है। इसमें शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट), शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस शामिल है। वहीं दूसरा महायुति गठबंधन है, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना और एनसीपी (अजीत पवार) गुट शामिल है।

महाराष्ट्र में 9.63 करोड़ मतदाता 
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार के अनुसार, "महाराष्ट्र की 288 में से 234 सीटें सामान्य श्रेणी की हैं। 25 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए और 29 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) के लिए आरक्षित हैं।" इस समय महाराष्ट्र में कुल मतदाताओं की संख्या 9.63 करोड़ है।

महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव का पूरा शेड्यूल यहां देखें

  • गजट अधिसूचना जारी होने की तिथि : 22 अक्टूबर 2024.
  • नामांकन करने की अंतिम तिथि: 29 अक्टूबर 2024.
  • नामांकन की जांच की तारीख: 30 अक्टूबर 2024.
  • उम्मीदवारी वापस लेने की अंतिम तिथि: 4 नवंबर 2024.
  • मतदान की तिथि: 20 नवंबर 2024.
  • वोटों की गिनती और परिणाम की तारीख: 23 नवंबर
  • वह तिथि जिसके पहले चुनाव संपन्न कराना आवश्यक है : 25 नवंबर 2024

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पहली बार आधा दर्जन पार्टियों के बीच होगा सीधा मुकाबला
2024 में महाराष्ट्र में होने जा रहे विधानसभा चुनाव में पहली बार आधा दर्जन पार्टियों के बीच सीधा मुकाबला देखने के लिए मिलने वाला है। इनमें बीजेपी-कांग्रेस, शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट), शिवसेना (शिंदेगुट), एनसीपी (शरद पवार गुट) और एनसीपी (अजित पवार गुट) के बीच सीधा मुकाबला होने वाला है। इनके अलावा अन्य छोटी पार्टियां भी चुनावी मैदान में उतरेंगी। लेकिन असली मुकाबला 6 पार्टियों के बीच ही देखने को मिलेगा।  

महाराष्ट्र विधानसभा में अभी क्या है दलों की स्थिति?
महाराष्ट्र में अक्टूबर 2019 के विधानसभा चुनाव के अनुसार भाजपा 105 सीटों के साथ राज्य की प्रमुख पार्टी के रूप में उभरी, जबकि शिवसेना ने 56 सीटें हासिल कीं। वर्तमान में महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे कुल 205 विधायकों के समर्थन के साथ गठबंधन सरकार का नेतृत्व कर रहे हैं। 

महाराष्ट्र की राजनीति में प्रमुख चेहरे 
-एकनाथ शिंदे: शिवसेना (शिंदे गुट) से मुख्यमंत्री
- देवेंद्र फड़नवीस: उपमुख्यमंत्री (भारतीय जनता पार्टी)
-उद्धव ठाकरे शिवसेना (ठाकरे गुट)
- शरद पवार एनसीपी (शदर पवार गुट)
-अजित पवार एनसीपी (अजित पवार गुट)

महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया घटनाक्रम
15 अक्टूबर, 2024 तक, आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के संबंध में चुनाव आयोग की घोषणा से कुछ घंटे पहले सात नए विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) ने शपथ ली है। इस बार विधानसभा चुनाव नवंबर के दूसरे- तीसरे सप्ताह में हो जाएंगे, क्योंकि मौजूदा महाराष्ट्र विधानसभा का कार्यकाल 26 नवंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में चुनाव प्रक्रिया उससे पहले पूरी होनी जरूरी है।

महाराष्ट्र की राजनीति में केंद्र में कैसे आए एकनाथ शिंदे? 
जून 2022 में, एकनाथ शिंदे और शिवसेना विधायकों के एक समूह ने उद्धव ठाकरे के खिलाफ विद्रोह कर दिया, जो महाराष्ट्र की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ था। शिंदे ने एमवीए गठबंधन पर असंतोष जताया।इसके बाद, 21 जून को, वो कई विधायकों के साथ सूरत और बाद में गुवाहाटी की होटल में एकत्र हो गए उन्होंने दावा किया कि एमवीए शिवसेना के मूलभूत सिद्धांतों के विपरीत है।

इसके बाद राजनीतिक संघर्ष तब और बढ़ गया जब ठाकरे के गुट ने कहा कि वह पार्टी के निर्देशों की अवहेलना करने के लिए शिंदे और उनके समर्थकों को अयोग्य घोषित करने की योजना बना रहा है। तब शिंदे के समूह ने राज्यपाल के पास शक्ति परीक्षण के लिए सफलतापूर्वक याचिका दायर की। हालांकि इसके बाद फ्लोर टेस्ट का सामना किए बिना ही उद्धव ठाकरे ने 29 जून, 2022 को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया।इसके बाद, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के समर्थन से, शिंदे ने अपने गुट को वैध शिवसेना बताते हुए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली।

महा विकास अघाड़ी गठबंधन
सोमवार (14 अक्टूबर) को एक बैठक के बाद, महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के सहयोगियों के बीच सीट आवंटन को लेकर कोई विवाद नहीं है और गठबंधन सभी 288 निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ेगा। रविवार को, विपक्षी एमवीए ने "गद्दारांचा पंचनामा" (गद्दारों का रिकॉर्ड) नामक एक दस्तावेज का अनावरण किया, जिसमें एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार की आलोचना की गई और उस पर गुजरात के पक्ष में राज्य के हितों के साथ विश्वासघात करने का आरोप लगाया।

2019 महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में क्या थी दलों की स्थिति?
2019 के महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में, सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बहुमत हासिल किया था। हालांकि, सरकार गठन पर असहमति के परिणामस्वरूप गठबंधन टूट गया। कोई भी दल सरकार स्थापित करने में सक्षम नहीं होने पर राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया गया। 23 नवंबर, 2019 को देवेंद्र फड़नवीस ने मुख्यमंत्री और अजीत पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। हालांकि, दोनों नेताओं ने 28 नवंबर को फ्लोर टेस्ट से पहले 26 नवंबर, 2019 को इस्तीफा दे दिया। इससे एक नए गठबंधन, महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के गठन का मार्ग प्रशस्त हुआ, जिसमें उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने।

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