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Sanjay Nirupam Expelled: संजय निरुपम ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे अपने ईमेल को एक्स पर पोस्ट किया है। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर तंज कसते हुए लिखा कि इतनी तत्परता देखकर अच्छा लगा।

Sanjay Nirupam Expelled: कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित पूर्व सांसद संजय निरुपम देश की सबसे पुरानी पार्टी पर भड़क उठे हैं। उन्होंने गुरुवार, 4 अप्रैल को कहा कि उन्हें निकाला नहीं गया, बल्कि कांग्रेस से इस्तीफा दिया है। संजय निरुपम ने अपने इस्तीफे को एक्स पर पोस्ट किया है। लोकसभा और राज्यसभा दोनों का प्रतिनिधित्व कर चुके पूर्व सांसद महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की शिवसेना के साथ सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस नेतृत्व पर सवाल उठाया था। इसके बाद उन्हें बुधवार को निष्कासित कर दिया गया था। 

कांग्रेस में 5 पॉवर सेंटर्स
संजय निरुपम ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि पहले कांग्रेस पार्टी में एक ही पावर सेंटर हुआ करता था। लेकिन अब कांग्रेस पार्टी में पांच पावर सेंटर हैं और पांचों की अपनी-अपनी लॉबी है जो आपस में टकराती रहती हैं। इन पांच पॉवर सेंटर्स में पहली हैं सोनिया गांधी, दूसरे हैं राहुल गांधी, तीसरे हैं प्रियंका गांधी वाड्रा, चौथे हैं मल्लिकार्जुन खड़गे और आखिरी हैं कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल जी।

उन्होंने कहा कि ये सभी अपनी-अपनी राजनीति कर रहे हैं अपने तरीके से। इनके बीच प्रदेशों में बैठे योग्य लोगों को भुगतना पड़ता है। मैं बीते चार-पांच सालों से इस घुटन को महसूस कर रहा था। लेकिन अब धीरज टूट गया। 

इतनी तत्परता देख अच्छा लगा
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भेजे गए अपने इस्तीफे के मेल का स्क्रीनशॉट साझा करते हुए निरुपम ने एक्स पर लिखा कि ऐसा लगता है कि पार्टी को कल रात मेरा इस्तीफा पत्र मिलने के तुरंत बाद उन्होंने मेरा निष्कासन करने का फैसला किया। इतनी तत्परता देखकर अच्छा लगा। बस यह जानकारी साझा कर रहा हूं।

कांग्रेस को दी थी ये सलाह
महाराष्ट्र में कांग्रेस ने लोकसभा चुनाव के लिए उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी के साथ गठबंधन किया है। उद्धव ठाकरे ने हाल ही में मुंबई की 6 लोकसभा सीटों में से 4 पर अपने उम्मीदवार उतार दिए थे। जिसमें मुंबई उत्तर सीट भी शामिल थी। इस सीट पर संजय निरुपम दावा कर रहे थे। वे यहां से सांसद रह चुके हैं। तब उन्होंने कहा कि था कि कांग्रेस को अपने सहयोगी दल के दबाव के आगे नहीं झुकना चाहिए। 

उन्होंने यह भी कहा था कि मुंबई में एकतरफा उम्मीदवार उतारने के शिवसेना (यूबीटी) के फैसले को स्वीकार करना कांग्रेस के विनाश को अनुमति देने जैसा है। इस बात से महाराष्ट्र कांग्रेस और दिल्ली नेतृत्व भी नाराज था। महाराष्ट्र कांग्रेस ने निरुपम को निष्कासित करने की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया और इसे दिल्ली में पार्टी आलाकमान को भेजा। उनका नाम पार्टी के स्टार प्रचारकों की सूची से भी हटा दिया गया।

2014 के चुनाव में मिली थी हार
2014 के लोकसभा चुनाव में निरुपम मुंबई उत्तर पश्चिम लोकसभा सीट से भाजपा के गोपाल शेट्टी से हार गए थे। हालांकि उन्होंने इस बार भी वे इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन उनकी योजनाएं विफल हो गईं, क्योंकि शिवसेना (यूबीटी) ने अपना उम्मीदवार खड़ा कर दिया। 

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